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भाजपा में ये निकले कटप्पा..

locationकोटाPublished: Dec 14, 2018 07:54:36 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

हार पर भाजपा में घमासान : पदाधिकारी कर रहे एक-दूसरे पर दोषारोपण, आगे देखने की ‘धमकी’

kota news

भाजपा में ये निकले कटप्पा..

कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की हार को लेकर अब कोटा में राजनीतिक घमासान होने की संभावना है, क्योंकि हार का ठीकरा अपने ही लोगों पर फोड़ दिया गया है। कोटा उत्तर से आने वाले पार्षद व पार्टी के पूर्व शहर महामंत्री अतुल कौशल ने स्पष्ट कह दिया कि बीजेपी वालों ने ही हमें चुनाव हराया है। व्यापक स्तर पर ‘कार सेवाÓ हुई है। उत्तर के पूर्व विधायक पार्षदों व कार्यकर्ताओं से हार के कारणों के बारे में फीडबैक ले रहे हैं। पार्टी के शहर अध्यक्ष हेमंत विजयवर्गीय ने गुरुवार को बूथ कार्यकर्ताओं से हार के बारे में चर्चा की है। हालांकि विजयवर्गीय का कहना है कि तीन दिन बाद हार के कारणों पर विश्लेषण करने के लिए बड़ी बैठक बुलाएंगे, इस पर एक-एक बिन्दु पर चर्चा करेंगे।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही हराया
बीजेपी वालों ने ही हमें हराया है। चुनाव में हमारी व्यापक स्तर पर कार सेवा हुई है। इसका पता मतदान से दो दिन पहले चला, तब तक स्थिति कन्ट्रोल से बाहर हो गई थी। 5 दिसम्बर को ही पता चल गया था कि चुनाव हार रहे हैं। भाजपा के ही कार्यकर्ताओं ने लोगों को रात तीन बजे तक मंदिरों में ले जाकर भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं देने की कसमें डलवाई गई। हार के लिए नाम किसी का नहीं लूंगा, सब जानते हैं।
अतुल कौशल, भाजपा पार्षद

हार के कारणों पर कर रहे हैं मंथन
उत्तर की जीत को लेकर आश्वस्त थे। हार अप्रत्याशित है। हार का कारण हम भी नहीं समझ पा रहे हैं। विकास के कार्य बहुत हुए है। जनता के मन में क्या चल रहा है, यह हम नहीं पढ़ पाए। चुनाव परिणाम की रात को ही उत्तर के पूर्व विधायक से भी चर्चा हुई, वह भी हार का कारण नहीं समझ पा रहे हैं। बैठक बुलाकर हार के कारणों पर चर्चा करेंगे। इसमें सभी कार्यकर्ताओं को बुलाएंगे। हार के संबंध में एक पत्र तैयार किया गया है, शुक्रवार को कार्यकारिणी की बैठक में इसे रखा जाएगा। कौशल क्या कह रहे हैं, इसका जवाब नहीं दे सकता हूं।
हेमंत विजयवर्गीय, अध्यक्ष भाजपा
सम्मेलन कर जताया था विरोध
इस चुनाव में सरकार के प्रति जनता की नाराजगी साफ नजर आ रही थी। जीत का अंतर कम होने का यह भी एक कारण है। साथ ही, कार्यकर्ताओं की विधायक को लेकर भी नाराजगी थी। टिकट वितरण से पहले पार्टी ने सर्वे करवाए थे, लेकिन बाद में जिस तरह प्रत्याशी उतारे गए थे, इससे कार्यकर्ताओं को लगा कि वह केवल दिखावा था। इस कारण कार्यकर्ताओं ने सम्मेलन कर विरोध जताया था। इस चुनाव में जीत का अंतर कम होना चिंता का विषय है। इस पर सांसद ओम बिरला व पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श करेंगे। लोकसभा चुनाव कैसे जीतेंगे, इसकी तैयारी शुरू करेंगे।
विवेक राजवंशी पार्षद
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