दावेदारों की होड़
यह सब के बीच दोनों दलों की ओर से दावेदारों की भी होड़ मची है। पुराने ऐसे कार्यकर्ता जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी पूरी तरह सक्रिय नहीं रहे और पांच साल तक नजर नहीं आए, वे अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो समस्याओं को लेकर ज्ञापन देकर अपनी उपस्थिति बताने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले कांग्रेस के बोर्ड के समय मेले की जिम्मेदारी संभालने वाले एक पूर्व पार्षद नगरीय विकास मंत्री के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घूम रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस के कई पूर्व पार्षद भी सुबह-शाम किसी ने किसी रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में हैं। कई सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं। सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर खुद का प्रचार कर रहे हैं। इन पूर्व पार्षदों को राजनीतिक कार्यकर्ताओं के व्यंग्यों का भी सामना करना पड़ रहा है। जब कोई ये पूछता है कि इस बार कहां से तैयारी रहे हैं तो यह जवाब देते हैं, पार्टी मौका देगी तो वो तैयार हैं।
यह सब के बीच दोनों दलों की ओर से दावेदारों की भी होड़ मची है। पुराने ऐसे कार्यकर्ता जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी पूरी तरह सक्रिय नहीं रहे और पांच साल तक नजर नहीं आए, वे अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो समस्याओं को लेकर ज्ञापन देकर अपनी उपस्थिति बताने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले कांग्रेस के बोर्ड के समय मेले की जिम्मेदारी संभालने वाले एक पूर्व पार्षद नगरीय विकास मंत्री के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घूम रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस के कई पूर्व पार्षद भी सुबह-शाम किसी ने किसी रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में हैं। कई सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं। सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर खुद का प्रचार कर रहे हैं। इन पूर्व पार्षदों को राजनीतिक कार्यकर्ताओं के व्यंग्यों का भी सामना करना पड़ रहा है। जब कोई ये पूछता है कि इस बार कहां से तैयारी रहे हैं तो यह जवाब देते हैं, पार्टी मौका देगी तो वो तैयार हैं।
अब आई जनता की याद
जवाहर नगर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व पार्षद कभी नगर निगम तो कभी जलदाय विभाग से जुड़ी समस्या बताने के लिए ज्ञापन देते नजर आ रहे हैं। नंदा की बाड़ी क्षेत्र से कांग्रेस के बोर्ड में पार्षद रही कार्यकर्ता रोज कॉलोनी में रामा श्यामी करती दिख रही हैं। कई कार्यकर्ता तो दावेदारों से पूछ ही लेते हैं, पांच साल कोटा से बाहर चले गए थे क्या, कहां से तैयारी कर रहे हैं। इस पर दावेदार यही कहते पार्टी का जो भी आदेश होगा, उसकी पालना करेंगे। कांग्रेस कार्यायल से अभी तक 500 से ज्यादा कार्यकर्ता दावेदारी का आवेदन ले गए और करीब 200 ने शनिवार तक वापस आवेदन जमा करा दिए। वहीं भाजपा के पास 500 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। कोटा नगर निगम के 100 वार्डों के लिए चुनाव होगा। इसलिए बड़ी संख्या में दावेदारी के लिए घमासान मचा हुआ है।
जवाहर नगर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व पार्षद कभी नगर निगम तो कभी जलदाय विभाग से जुड़ी समस्या बताने के लिए ज्ञापन देते नजर आ रहे हैं। नंदा की बाड़ी क्षेत्र से कांग्रेस के बोर्ड में पार्षद रही कार्यकर्ता रोज कॉलोनी में रामा श्यामी करती दिख रही हैं। कई कार्यकर्ता तो दावेदारों से पूछ ही लेते हैं, पांच साल कोटा से बाहर चले गए थे क्या, कहां से तैयारी कर रहे हैं। इस पर दावेदार यही कहते पार्टी का जो भी आदेश होगा, उसकी पालना करेंगे। कांग्रेस कार्यायल से अभी तक 500 से ज्यादा कार्यकर्ता दावेदारी का आवेदन ले गए और करीब 200 ने शनिवार तक वापस आवेदन जमा करा दिए। वहीं भाजपा के पास 500 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। कोटा नगर निगम के 100 वार्डों के लिए चुनाव होगा। इसलिए बड़ी संख्या में दावेदारी के लिए घमासान मचा हुआ है।
क्या कहती हैं राजनीति पार्टियां
रविंद्र त्यागी, शहर अध्यक्ष (कांग्रेस)
पत्रिका : टिकट का आधार क्या होगा?
त्यागी : सक्रिय कार्यकर्ता और जिताऊ
पत्रिका : चुनाव का मुद्दा क्या है?
त्यागी : भाजपा बोर्ड में शहर की सफाई व्यवस्था फेल रही, आवारा मवेशी हादसे के कारण बने, गड़बडिय़ां हुई, इन मुद्दों लेकर जनता के बीच जाएंगे।
पत्रिका: अपराधिक प्रवृत्ति के दावेदारों लेकर क्या नीति बनाई है?
त्यागी: आवेदन में अपराधिक रेकॉर्ड की भी जानकारी मांगी है, ऐसे लोगों को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे।
रविंद्र त्यागी, शहर अध्यक्ष (कांग्रेस)
पत्रिका : टिकट का आधार क्या होगा?
त्यागी : सक्रिय कार्यकर्ता और जिताऊ
पत्रिका : चुनाव का मुद्दा क्या है?
त्यागी : भाजपा बोर्ड में शहर की सफाई व्यवस्था फेल रही, आवारा मवेशी हादसे के कारण बने, गड़बडिय़ां हुई, इन मुद्दों लेकर जनता के बीच जाएंगे।
पत्रिका: अपराधिक प्रवृत्ति के दावेदारों लेकर क्या नीति बनाई है?
त्यागी: आवेदन में अपराधिक रेकॉर्ड की भी जानकारी मांगी है, ऐसे लोगों को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे।
हेमंत विजय, शहर अध्यक्ष (भाजपा)
पत्रिका: टिकट का आधार क्या होगा?
हेमंत विजय : पार्टी नीति तय कर रही है, इसके लिए कमेटी बनेगी यह तय करेगी
पत्रिका: चुनाव का मुद्दा क्या है?
हेमंत विजय: पांच साल में भाजपा के नगर निगम बोर्ड ने बहुत अच्छा काम किया
पत्रिका: अपराधिक प्रवृत्ति के दावेदारों पर क्या नीति है
हेमंत विजय: ऐसे लोगों को टिकट नहीं देंगे
पत्रिका: टिकट का आधार क्या होगा?
हेमंत विजय : पार्टी नीति तय कर रही है, इसके लिए कमेटी बनेगी यह तय करेगी
पत्रिका: चुनाव का मुद्दा क्या है?
हेमंत विजय: पांच साल में भाजपा के नगर निगम बोर्ड ने बहुत अच्छा काम किया
पत्रिका: अपराधिक प्रवृत्ति के दावेदारों पर क्या नीति है
हेमंत विजय: ऐसे लोगों को टिकट नहीं देंगे