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सब फॉउंडेशन की उपाध्यक्ष दीप्ति श्रीवास्तव ने बताया कि फाउंडेशन ने पहले चरण में 200 लोगों के आयोजन के हिसाब से बर्तनों खरीदकर उनका बैंक तैयार किया है। जिसमें 200 गिलास, 200 स्टील के चम्मच, 200 नाश्ते की प्लेट, 200 खाने की खंड वाली थालियां और जग शामिल हैं। फाउंडेशन बर्तन बैंक में इस सैट की संख्या एक हजार तक ले जाने की कोशिश में जुटा है। ताकि शहर में कहीं भी बड़े से बड़ा आयोजन हो तो लोगों को प्लास्टिक और थर्मोकोल का सामान खरीदने पर पैसा खर्च किए बिना ही पर्याप्त संख्या में बर्तन मिल सकें।
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ऐसे काम करेगा बर्तन बैंक
राधा श्रीवास्तव ने बताया कि बर्तन लेने के लिए लोगों को 24 घंटे पहले बुकिग करानी होगी। बर्तन लेते समय अपना पहचान पत्र की छायाप्रति देनी होगी। बर्तन लाने ले जाने का खर्च लोगों को खुद उठाना होगा। जिन्हें धोकर और पूरी तरह साफ कर सही सलामत वापस लौटाना होगा। बर्तन बैंक से सिर्फ 24 घंटे के लिए ही बर्तनों के सैट देगा। बर्तन ले जाने के लिए जमानत राशि जमा कराने के साथ ही देरी करने पर जुर्माना देना पड़ेगा। बर्तन बैंक की स्थापना महावीर नगर थर्ड के सेक्टर आठ स्थिति सब फाउंडेशन के कार्यालय में की गई है।