कोटा

Election 2019 : 5 महीने पहले भाजपा से हुआ मोहभंग, अब कांग्रेस के टिकट पर दुष्यंत सिंह को देंगे चुनौती …

16 लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा बीजेपी ने 8 बार जीत दर्ज की।

कोटाApr 02, 2019 / 01:55 am

Rajesh Tripathi

कांग्रेस ने दुष्यंत सिंह के खिलाफ भाजपा के बागी प्रमोद शर्मा को मैदान में उतारा

 
कांग्रेस ने सोमवार आधी रात बाद प्रदेश की शेष 6 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए। कांग्रेस की हाल ही 19 उम्मीदवार की पहली सूची जारी की थी। शेष 6 सीटों पर उम्मीदवार को इंतजार था। में पहले चरण को लेकर नामांकन प्रक्रिया भी मंगलवार से शुरू हो रही है। ऐसे में एक दिन पहले दूसरी सूची जारी कर टिकट वितरण का राज्य में काम पूरा कर लिया है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गढ़ में झालावाड़-बारां से छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए प्रमोद शर्मा को दुष्यंत सिंह के खिलाफ उतारा है।

जयपुर ग्रामीण से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं विधायक कृष्णा पूनिया को टिकट दिया है। इसी सीट से भाजपा के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ फिर मैदान में हैं। ऐसे में कांग्रेस ने एक खिलाड़ी के सामने दूसरे खिलाड़ी को उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है। श्रीगंगानगर सुरक्षित से पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, अजमेर से रिजु झुंझुनूवाला, राजसमंद से देवकीनंदन गुर्जर, भीलवाड़ा से रामपाल शर्मा प्रत्याशी होंगे।


राजनीतिक पृष्ठभूमि
आजादी के बाद यह सीट सिर्फ झालावाड़ थी, लेकिन 2008 के परिसीमन में झालावाड़ जिले की 4 और बारां जिले की 4 विधानसभा सीटों को मिलाकर झालावाड़ा-बारां संसदीय क्षेत्र का गठन किया गया। यहां अब तक हुए कुल 16 लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा बीजेपी ने 8 बार जीत दर्ज की। 1989 से लगातार इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है, वहीं कांग्रेस ने 4 बार, भारतीय जनसंघ ने 2 बार, भारतीय लोकदल ने 1 बार और जनता पार्टी ने 1 बार इस सीट पर कब्जा जमाया।
आजादी के बाद हुए पहले चुनाव में झालावाड़ से कांग्रेस के नेमीचंद कासलीवाल जीते थें, इसके बाद 1957 में कांग्रेस के ओंकारलाल यहां से सांसद बनें। 1962 के चुनाव में कांग्रेस के कोटा राजघराने के पूर्व महाराव बृजराज सिंह सांसद चुने गए। वहीं 1967 और 1971 का चुनाव भी बृजराज सिंह ही जीते लेकिन भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार के तौर पर। 1977 की जनता लहर में जब भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हो गया तब बृजराज सिंह एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन वे 1977 और 1980 का चुनाव पहले बीएलडी और बाद में जनता पार्टी के उम्मीदवार चतुर्भुज नागर से हार गए लेकिन 1984 में कांग्रेस ने इस सीट पर वापसी की और जूझार सिंह यहां से सांसद बनें। इसके बाद 1989 से 1999 तक लगातार 5 बार वसुंधरा राजे यहां से सांसद बनीं तो वहीं राज्य की राजनीति में राजे की एंट्री के बाद 2004 से 2014 तब लगातार 3 बार से वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह यहां से सांसद हैं।
झालावाड़-बारां के अंतर्गत 8 विधानसभाएं आती हैं- झालरापटन , खानपुर, मनोहर थाना, डग, बरां-अटरु, अंता, छाबड़ा और किशनगंज। हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने इन 8 में 5 सीटों पर कब्जा जमाया। बीजेपी ने इस चुनाव में झालावाड़ जिले की चारों सीट- डग, झालरापाटन, खानपुर और मनोहर थाना और बारां जिले की छबड़ा सीट पर कब्जा जमाया। वहीं कांग्रेस के खाते में बारां जिले की अंता, किशनगंज और बारां-अटरू आईं।

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