ये प्रार्थनाएं सामान्य नहीं हैं। इन्हें श्रद्धा का प्रतीक कहें या मन के भावों की अभिव्यक्ति। शिक्षा नगरी कोटा में तलवंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर की दीवारें कोचिंग कर रहे बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए मन्नत और संकल्प का प्रतीक बन गई हैं। कोटा आकर कोचिंग कर रहे छात्रों को खुद की मेहनत पर भरोसा है, लेकिन वे ईश्वर के भरोसे उस संकल्प को बनाए रखना चाहते हैं। मंदिर के परिक्रमा मार्ग की दीवारों को बच्चों ने रंग दिया है। यहां दीवारों पर हजारों बच्चों की मनोकामनाएं लिखी हुई हैं। मंदिर समिति के पदाधिकारी इसे बच्चों में ईश्वर के प्रति बढ़ती श्रद्धा का प्रतीक मानते हैं।
ये प्रार्थनाएं सामान्य नहीं हैं। इन्हें श्रद्धा का प्रतीक कहें या मन के भावों की अभिव्यक्ति। शिक्षा नगरी कोटा में तलवंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर की दीवारें कोचिंग कर रहे बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए मन्नत और संकल्प का प्रतीक बन गई हैं। कोटा आकर कोचिंग कर रहे छात्रों को खुद की मेहनत पर भरोसा है, लेकिन वे ईश्वर के भरोसे उस संकल्प को बनाए रखना चाहते हैं। मंदिर के परिक्रमा मार्ग की दीवारों को बच्चों ने रंग दिया है। यहां दीवारों पर हजारों बच्चों की मनोकामनाएं लिखी हुई हैं। मंदिर समिति के पदाधिकारी इसे बच्चों में ईश्वर के प्रति बढ़ती श्रद्धा का प्रतीक मानते हैं।