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10वीं व 12वीं का परीक्षा परिणाम कमजोर रहा तो शिक्षकों की खैर नहीं

locationकोटाPublished: Feb 21, 2020 09:21:17 pm

Submitted by:

Dilip

स्कूलों के संस्था प्रधानों व विषय अध्यापकों को कमजोर छात्र-छात्राओं की अतिरिक्त कक्षाएं व उपचारात्मक शिक्षण करने को कहा है। ताकि उक्त छात्र छात्राओं के बोर्ड की परीक्षा में बेहतरीन अंक आ सकें।

Pre board exam result

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रावतभाटा. कक्षा 10वीं व 12वीं प्री बोर्ड परीक्षा परिणाम में मात्र 8 से 9 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ही शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर पाएं हैं, जबकि 60 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या काफी ज्यादा है। बच्चों के शैक्षणिक स्तर को देखते हुए बोर्ड परीक्षा परिणाम भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। इसको मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। अधिकारियों की माने तो संबंधित स्कूलों के संस्था प्रधानों व विषय अध्यापकों को कमजोर छात्र-छात्राओं की अतिरिक्त कक्षाएं व उपचारात्मक शिक्षण करने को कहा है। ताकि उक्त छात्र छात्राओं के बोर्ड की परीक्षा में बेहतरीन अंक आ सकें।
उपखंड के 31 राजकीय स्कूलों में कक्षा दसवीं संचालित है। उक्त स्कूलों में 1 हजार 76 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। उक्त स्कूलों में से 27 स्कूल कक्षा 12वीं तक हैं। इन स्कूलों में 759 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। बच्चों के शैक्षणिक स्तर का पता लगाने के लिए उक्त छात्र-छात्राओं की प्री बोर्ड परीक्षा हुई थी। यह परीक्षा 3 से 12 फरवरी तक आयोजित की गई थी। उक्त परीक्षा परिणाम से ही उक्त छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक स्तर का पता चला है।
7.25 प्रतिशत का शत प्रतिशत परिणाम
कक्षा 10वीं प्री बोर्ड परीक्षा में 1 हजार 75 छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं। इसमें से 78 छात्र-छत्राएं यानि 7.25 छात्र-छात्राओं का शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा। 293 छात्र-छात्राओं का 80 से 99 प्रतिशत, 587 का परीक्षा परिणाम 60 से अधिक रहा। 118 छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम 40 से 60 प्रतिशत रहा।
12वीं के 8.23 प्रतिशत का शत प्रतिशत परिणाम
कक्षा 12वीं की परीक्षा में 759 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इनमें से 62 छात्र-छात्राओं का 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा। 348 का 80 से 99 प्रतिशत व 122 छात्र-छात्राओं का 60 से 80 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा। 221 छात्र-छात्राओं का 40 से 59 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा।
रुकेगी वेतन वृद्धि व पदोन्नति
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पन्नालाल बैरवा ने कह कि कमजोर छात्र-छात्राओं की अतिरिक्त कक्षाएं व उपचारात्मक शिक्षण कराने को कहा है। इसके बाद भी 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिन छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम कमजोर या फेल होंगे। उसकी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल के संस्था प्रधान व विषय अध्यापक की रहेगी। संबंधित स्कूल के संस्था प्रधान व विषय अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जा सकती है।
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