किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए सिलेबस तथा प्रश्न पत्र के ब्लूप्रिंट को समझना आवश्यक होता है। देव शर्मा ने बताया कि यदि जेईई मेंस के सिलेबस को ध्यानपूर्वक देखा जाए तो फिजिक्स में सिलेबस को ए एवं बी दो भागों में विभाजित किया है। बी-भाग में 22 प्रयोगों की एक सूची दी गई है तथा स्पष्ट किया गया है कि 20 प्रतिशत प्रश्न इससे ही पूछे जाएंगे। जेईई मैंस-2020 के नए परीक्षा पैटर्न अनुसार प्रत्येक विषय के 25 प्रश्न होंगे। फिजिक्स में 5 प्रश्न तो प्रायोगिक भाग से ही पूछे जाएंगे। ऐसे ही केमिस्ट्री के सिलेबस में यूनिट-28 प्रायोगिक रसायन के सिद्धांत के नाम से दी गई है। इस यूनिट से निरंतर प्रश्न पूछे जाते हैं। यदि विद्यार्थी फिजिक्स एवं केमिस्ट्री के उपरोक्त प्रयोगों को सावधानीपूर्वक पढ़ें तो बोर्ड की प्रायोगिक, मुख्य परीक्षा में तथा जेईई मेंस परीक्षा तीनों में ही बेहतर परिणाम मिलेंगे। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के लिखित आग्रह के पश्चात 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक बढ़ाई गई थी। जेईई मेंस जनवरी-2020 के आवेदन की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर है। आवेदन फीस 11 अक्टूबर तक जमा कराई जा सकती है।