इस कारण बढ़े दाम
सब्जी व्यापारियों की माने तो कोरोना के चलते खाद-बीज व दवाइयां नहीं मिलने से सब्जियों की समय पर बुआई नहीं हुई। इससे सब्जियों की फसलें भी खराब हुई हैं। शहर में अभी प्याज 60 से 80 रुपए किलो व अन्य सब्जियां भी 30 रुपए से 80 रुपए किलो में रिटेलर बेच रहे हैं।
स्थानीय सब्ज्यिों की आवक नहीं
कोटा थोक फू्रट एण्ड वेजिटेबल मर्चेंट संघ के महासचिव संतोष कुमार मेहता ने बताया कि कोटा जिले के आसपास के क्षेत्रों से लोकल सब्जी की आवक अभी नहीं है। प्याज की आवक अन्य राज्यों से नहीं हो रही। हाड़ौती क्षेत्र के किसान प्याज को अभी यूपी, एमपी व कनार्टक भेज रहे हैं, वहां उन्हें अच्छे दाम मिल रहे हैं। इसके चलते कोटा थोक फल सब्जीमंडी में सब्जियों की आवक भरपूर नहीं हो रही।
दो से तीन गुना बढ़े भाव
तलवण्डी निवासी रानू शर्मा ने बताया कि सब्जियों के दाम आसमान छूने से बजट पूरी तरह बिगड़ गया है। हरी सब्जियां तो इतनी महंगी है की खरीद नहीं रहे। शिवसागर निवासी मिथलेश कलवार ने बताया कि लॉकडाउन में आलू, टमाटर व प्याज 30 रुपए किलो में मिल रहे थे। अब इनके भाव दो से तीन गुना बढ़ गए हैं।
फैक्ट फाइल
सब्जियां थोक भाव रिटेलर भाव
आलू 28 से 30 40 से 50
प्याज 40 से 60 50 से 65
शिमला मिर्च 80 से 100 140 से 160
मिर्ची 30 से 40 60 से 80
टमाटर देशी 35 से 50 70 से 80
फूल गोभी 40 से 50 70 से 80
पत्ता गोभी 45 से 55 80 से 100
मटर 100 160 से 200
पालक देशी 80 से 90 120
मैथी 35 से 45 70 से 80
करेला 35 से 55 60 से 80
अदरक 27 से 40 60 से 80
भिण्डी 18 से 26 30 से 40
मूली 13 से 27 30 से 40
(नोट: शहर में अलग-अलग स्थानों पर लगने वाली मंडियों में बिक रही सब्जियों के भावों में कुछ अंतर आ सकता है।)