यह भी पढ़ें
शुरू हुई बजरी की कालाबाजारी, स्टॉकिस्ट मनमाने दाम वसूल कूट रहे चांदी, गरीबों ने रोके निर्माण
पीडि़ता छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य ने कई बार उन्हें कक्ष में बुलाकर अकेले में छेड़छाड़ की। शनिवार को भी छेड़ा तो उन्होंने परिजनों को जानकारी दी। उस समय विद्यालय बंंद हो चुका था। सोमवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे अभिभावक व ग्रामीण तीनों छात्राओं के साथ विद्यालय पहुंचे और हंगामा करने लगे। यह भी पढ़ें
वाल्मीकि हत्याकांड: कोर्ट आदेश के बावजूद जेल अधीक्षक ने की अवहेलना, SP को थमाया को नोटिस
सूचना मिलने पर थानाप्रभारी देवेश भारद्वाज मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार मेहरा को थाने ले गई। थाने में ही तीनों छात्राओं के महिला कांस्टेबल ने बयान लिए। यह भी पढ़ें
JDB की छात्राअों ने प्रिंसिपल को दी चेतावनी, व्यवस्थाएं सुधार लो, नहीं तो पढ़ाई कर देंगे ठप
सब्र का बांध टूटा
छात्राओं ने महिला कांस्टेबल को बताया कि प्राचार्य उन्हें अलग से अकेले में बुला छेड़छाड़ करते हैं। पूर्व में भी परिजनों को शिकायत की लेकिन उन्होंने टाल दिया। प्राचार्य की हरकतें जारी रही तो फिर शनिवार को परिजनों को बताया।
आरोप निराधार प्राचार्य डा. अनिल कुमार मेहरा का कहना है कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। विद्यालय में अनुशासन बनाने पर मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। जांच में सब सामने आ जाएगा।