फर्जी आंगनबाड़ी अधिकारी के खिलाफ जयपुर में 23 मामले दर्ज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को दर्जनों लोग चम्बल के बीच में बैठ धरना दे रहे थे कि दोपहर करीब 12.30 बजे अचानक कोटा बैराज के गेट खोल दिए गए। इससे नदी में पानी आ गया। आनन-फानन में नगर निगम रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। इसने मशक्कत के बाद इन्हें बाहर निकाला।
समिति संयोजक राकेश शर्मा ने चम्बल में अचानक पानी छोडऩे को साजिश करार देते हुए जांच की मांग की है।
34,000 रुपए का स्तर छू सकता है सोना एनजीटी आदेशानुसार हर सोमवार को १२ से १ के बीच बैराज से डाउन स्ट्रीम में पानी छोड़ा जाता है। पानी छोड़ऩे के लिए गेट खोलने से पहले 4-5 मिनट का सायरन बजाया जाता है।
देवेंद्र अग्निहोत्री, एक्सईएन, बैराज