कोटा

चम्बल को बचाने नदी में उतरे, खुद की जान के लाले पड़ गए

लापरवाही: बैराज के गेट खोलने से नदी में फंसे प्रदर्शनकारी, रेस्क्यू करके निकाला

कोटाJun 11, 2018 / 10:20 pm

shailendra tiwari

चम्बल को बचाने नदी में उतरे, खुद की जान के लाले पड़ गए

कोटा. शहर के 34 नालों से सीधे चम्बल में गिर रहे सीवरेज को रोकने और डाउन स्ट्रीम की सफाई की मांग को लेकर नयापुरा छोटी पुलिया के पास चम्बल में बैठकर धरना दे रहे चम्बल बचाओ संघर्ष समिति कार्यकर्ता अचानक कोटा बैराज के गेट खोलने के कारण नदी में फंस गए। नगर निगम टीम ने रेस्क्यू करके बाहर निकाला।
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पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को दर्जनों लोग चम्बल के बीच में बैठ धरना दे रहे थे कि दोपहर करीब 12.30 बजे अचानक कोटा बैराज के गेट खोल दिए गए। इससे नदी में पानी आ गया। आनन-फानन में नगर निगम रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। इसने मशक्कत के बाद इन्हें बाहर निकाला।
समिति संयोजक राकेश शर्मा ने चम्बल में अचानक पानी छोडऩे को साजिश करार देते हुए जांच की मांग की है।

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एनजीटी आदेशानुसार हर सोमवार को १२ से १ के बीच बैराज से डाउन स्ट्रीम में पानी छोड़ा जाता है। पानी छोड़ऩे के लिए गेट खोलने से पहले 4-5 मिनट का सायरन बजाया जाता है।
देवेंद्र अग्निहोत्री, एक्सईएन, बैराज
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