परीक्षा जिला समन्वयक डॉ. संजय भार्गव ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से पहली बार लोहे के बक्सों में डिजिटल लॉक में पेपर आए हैं। परीक्षा से आधा घंटे पहले केन्द्राधीक्षक के मोबाइल पर ओटीपी आएगा। उसके बाद लॉक खुलेगा। सभी केंद्रों पर जिला प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है।
परीक्षार्थियों को मोबाइल या अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा की तैयारी को लेकर जिला परिषद के हॉल में एडीएम सिटी बृजमोहन बैरवा, जिला परिषद सीईओ ममता तिवारी, डीईओ माध्यमिक प्रदीप चौधरी की उपस्थिति में केंद्र अधीक्षक, केंद्र पर्यवेक्षक तथा पेपर कोऑर्डिनेटर की आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई।
यह रहेगा डेस कोड परीक्षा में पुरुष के लिए आधी बांह की शर्ट पहनना अनिवार्य होगा। बड़े बटन वाले शर्ट नहीं पहन कर आना होगा। जूते की जगह चप्पल पर आना होगा। महिलाएं सलवार कुर्ते पहनकर आ सकती हैं। अभ्यर्थियों को फोटो आईडी, एडमिट कार्ड व ब्लैक बॉल पेन लाना अनिवार्य होगा।
टीमें रखेंगी नजर परीक्षा को लेकर राजकीय कार्मिकों को ऑब्जर्वर, अतिरिक्त केंद्र अधीक्षक व आंतरिक उडऩ दस्ते के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया। 38 गैर सरकारी केंद्रों पर व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के लिए प्रत्येक केंद्र पर एक राज्य कार्मिक को अतिरिक्त केंद्र अधीक्षक लगाया गया। प्रत्येक केंद्र पर दो पुलिस कांस्टेबल व स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती की गई है। नकल को रोकने के लिए तीन स्तरीय फ्लाइंग स्क्वायड की व्यवस्था की गई है। इसमें जिला प्रशासन की विजिलेंस टीम, जिला समन्वयक की ओर से बाहरी फ्लाइंग की कुल 18 टीम सभी केंद्रों पर निगरानी रखेंगी। प्रत्येक केंद्र पर एक आंतरिक फ्लाइंग बनाई गई है।