3 दशक से यहां है भाजपा का कब्जा, प्रदेश की इस हाई प्रोफाइल
सीट पर वसुंधरा राजे ही एकमात्र चेहरा..
कांग्रेस को भाता है बारां, देवली और नागौर
राजीव गांधी के जमाने से गांधी परिवार का हर बड़ा नेता चुनावों से पहले अपने प्रचार की शुरूआत बारां, देवली या नागौर से करते आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बारां में चुनावी सभा को सबोंधित किया था। सरकार के बड़े कार्यक्रम भी चुनिंदा स्थानों पर किए जाते हैं। भाजपा भी कई सालों से यही तरीका अपनाती आई है लेकिन शहर बदल जाते हैं।
सीट पर वसुंधरा राजे ही एकमात्र चेहरा..
कांग्रेस को भाता है बारां, देवली और नागौर
राजीव गांधी के जमाने से गांधी परिवार का हर बड़ा नेता चुनावों से पहले अपने प्रचार की शुरूआत बारां, देवली या नागौर से करते आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बारां में चुनावी सभा को सबोंधित किया था। सरकार के बड़े कार्यक्रम भी चुनिंदा स्थानों पर किए जाते हैं। भाजपा भी कई सालों से यही तरीका अपनाती आई है लेकिन शहर बदल जाते हैं।
कोटा, जयपुर और उदयपुर है भाजपा की पसंद
भाजपा में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बड़ी रेलियों का दौर मोदी के आने के बाद दोबारा शुरू हुआ था लेकिन प्रचार की शुरूआत के लिए शहरों का चयन आज भी पुराना ही है। भाजपा अपने प्रचार की शुरूआत कोटा, जयपुर और उदयपुर से करती है। इसका एक कारण यह भी है कि ये सभी शहर संघ और भाजपा के बड़े गढ़ है।
भाजपा में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बड़ी रेलियों का दौर मोदी के आने के बाद दोबारा शुरू हुआ था लेकिन प्रचार की शुरूआत के लिए शहरों का चयन आज भी पुराना ही है। भाजपा अपने प्रचार की शुरूआत कोटा, जयपुर और उदयपुर से करती है। इसका एक कारण यह भी है कि ये सभी शहर संघ और भाजपा के बड़े गढ़ है।
इधर केवल एक कलम का जादू
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी टोटकों के मामले में पीछे नहीं है। 2003 से लेकर 2018 तक प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालरापाटन से कुल 4 चुनाव लड़े हैं। खास बात यह रही है कि सभी चुनावों में वसुंधरा राजे के नामांकन के वक्त शाहनवाज हुसैन झालरापाटन मौजूद रहें है। पिछले चुनावों मे ंजब शाहनवाज से इसका कारण पुछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं लकी पैन लेकर दिल्ली से आता हूं। राजे इसी पैन से अपना नामांकन भरती है। गौरतलब है कि वसुंधरा राजे ने झालावड़ सीट से 3 बार सांसद और झा. पाटन से चार बार विधायक रही हैं।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी टोटकों के मामले में पीछे नहीं है। 2003 से लेकर 2018 तक प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालरापाटन से कुल 4 चुनाव लड़े हैं। खास बात यह रही है कि सभी चुनावों में वसुंधरा राजे के नामांकन के वक्त शाहनवाज हुसैन झालरापाटन मौजूद रहें है। पिछले चुनावों मे ंजब शाहनवाज से इसका कारण पुछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं लकी पैन लेकर दिल्ली से आता हूं। राजे इसी पैन से अपना नामांकन भरती है। गौरतलब है कि वसुंधरा राजे ने झालावड़ सीट से 3 बार सांसद और झा. पाटन से चार बार विधायक रही हैं।