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यात्री को पंजीकरण के बाद एसएमएस के जरिए शिकायत संख्या तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद रेलवे की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी एसएमएस द्वारा दी जाती रहेगी। पंजीकरण के लिए मोबाइल नम्बर से otp भेजा जाएगा। वहीं शिकायत दर्ज कराने के लिए PNR नम्बर या प्लेटफॉर्म टिकट का उल्लेख करना होगा। शिकायत के साथ मौके की फोटो भी भेजी जा सकेगी। यह व्यवस्था प्रणालीगत खामियों और खराब प्रदर्शन वाले स्टेशनों एवं ट्रेनों में सुधार के लिए उनकी पहचान करेगी।
यात्री को पंजीकरण के बाद एसएमएस के जरिए शिकायत संख्या तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद रेलवे की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी एसएमएस द्वारा दी जाती रहेगी। पंजीकरण के लिए मोबाइल नम्बर से otp भेजा जाएगा। वहीं शिकायत दर्ज कराने के लिए PNR नम्बर या प्लेटफॉर्म टिकट का उल्लेख करना होगा। शिकायत के साथ मौके की फोटो भी भेजी जा सकेगी। यह व्यवस्था प्रणालीगत खामियों और खराब प्रदर्शन वाले स्टेशनों एवं ट्रेनों में सुधार के लिए उनकी पहचान करेगी।
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रेल मदद पर यात्रियों की शिकायतों को कम से कम जानकारी एवं फ ोटोग्राफ के साथ भी दर्ज किया जा सकेगा। शिकायत संख्या जारी करेगा और तुरंत ही इस जानकारी को मंडल के संबंधित फ ील्ड अधिकारियों को उपलब्ध करवाता है। इस मामले में हुई कार्रवाई से यात्री को भी अवगत कराता है, जिससे शिकायत के पंजीकरण एवं समाधान की पूरी प्रक्रिया को त्वरित बनाया जाता है।
रेल मदद पर यात्रियों की शिकायतों को कम से कम जानकारी एवं फ ोटोग्राफ के साथ भी दर्ज किया जा सकेगा। शिकायत संख्या जारी करेगा और तुरंत ही इस जानकारी को मंडल के संबंधित फ ील्ड अधिकारियों को उपलब्ध करवाता है। इस मामले में हुई कार्रवाई से यात्री को भी अवगत कराता है, जिससे शिकायत के पंजीकरण एवं समाधान की पूरी प्रक्रिया को त्वरित बनाया जाता है।
ऐसी शिकायतें करा सकते हैं दर्ज
सीट आवंटन में गड़बड़ी, रिश्वत मांगने, आरक्षण से संबंधित कोई भी समस्या, स्टेशन पर पेयजल नहीं मिलने और संचार सेवाएं नहीं मिलने की शिकायतें एप से दर्ज कराई जा सकती हैं।
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उत्तर रेलवे ने किया प्रयोग
यह एप उत्तर रेलवे ने तैयार किया है और उसका परीक्षण लॉन्च करने से पहले कर लिया गया। परीक्षण के दौरान ट्रेनों से 2691 शिकायत मिली, इनमें से 2020 का निस्तारण किया जा चुका है। इसी तरह स्टेशनों से 2606 शिकायतें मिली, इनमें से 2056 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। रेल मदद एप में रेलवे से जुड़ी सभी helpline के नम्बर दिए हुए हैं।
उत्तर रेलवे ने किया प्रयोग
यह एप उत्तर रेलवे ने तैयार किया है और उसका परीक्षण लॉन्च करने से पहले कर लिया गया। परीक्षण के दौरान ट्रेनों से 2691 शिकायत मिली, इनमें से 2020 का निस्तारण किया जा चुका है। इसी तरह स्टेशनों से 2606 शिकायतें मिली, इनमें से 2056 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। रेल मदद एप में रेलवे से जुड़ी सभी helpline के नम्बर दिए हुए हैं।