आरपीएफ पोस्ट प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि चैन्नई
जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में नागौर के लाडनू निवासी मंजू देवी(65) चैन्नई से जयपुर के लिए ए-2 कोच में यात्रा कर रही थी। उन्होंने ट्रेन में आरपीएफ की एस्कोर्टिंग टीम को बताया कि किसी ने उनके पर्स से नकदी चोरी कर ली है। टीम ने महिला के बताए हुलिए के आधार पर उसी कोच में घूम रहे यात्री को शक के आधार पर पकड़कर पूछताछ की तो उसने स्वयं को सेना का जवान और अपना नाम सीकर के रूप नगर निवासी सुभाष चंद बताया।
श्राद्ध श्रद्धांजलि महोत्सव तलाशी लेने पर उसके पास से महिला के पर्स से चोरी किए गए 15800 रुपए बरामद हो गए थे। इसी दौरान ट्रेन के कोटा पहुंचने पर जब उसे प्लेटफार्म पर उतारा तो वह भागने का प्रयास करने लगा। जिसे आरपीएफ टीम ने दौड़कर पकड़ लिया।
महिला ने कोटा में उतरकर कार्यवाही करने से इनकार कर दिया। वहीं ट्रेन के रवाना होने पर आरोपित को भी वापस ट्रेन से माधोपुर लेकर गए। वहां भी महिला ने कोई कार्यवाही करने से इनकार कर दिया। महिला से लिखित में लेकर उसे रकम तो लौटा दी।
लेकिन आरोपित के पास कोई टिकट या पास नहीं होने व एस्कोर्ट स्टाफ के साथ अभद्रता व राजकार्य में बाधा पहुंचाने पर आरपीएफ सवाई माधोपुर ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर पकड़ा। जहां से उस पर जुर्माना किया गया।
वहीं अगस्त क्रांति एक्सप्रेस के कोच में यात्रा कर रही टिपटा कोटा निवासी तस्लीम(50) का ट्राली बैग उसी कोच में सर्वा ट्रेन में बिजली विभाग के कर्मचारी मुम्बई निवासी रमाशंकर शर्मा ने चोरी कर लिया था। जिसे महिला की रिपोर्ट पर पकड़कर कोटा जीआरपी को सौंपा गया।
वहीं अगस्त क्रांति राजधानी ट्रेन में मुम्बई निवासी घमंडी लाल मीणा कोच बी-6 में सवाई माधोपुर से मुम्बई के लिए यात्रा कर रहा था। सोमवार रात को ट्रेन के कोटा से रवाना होने के कुछ देर बाद ही घमंडी लाल की जेब से 1140 रुपए चोरी हो गए। यात्री ने आरपीएफ उप निरीक्षक अनिल कुमरा को जानकारी देते हुए उसी कोच में बैठे यात्री पर चोरी का शक जाहिर किया।
पूछताछ करने पर यात्री ने अपना नाम पता उज्जैन निवासी विनय वर्मा बताया। उसके पास सवाई माधोपुर से उज्जैन का सामान्य श्रेणी का टिकट मिला। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से यात्री के चोरी किए 1140 रुपए मिल गए। आरपीएफ ने ट्रेन के रतलाम पहुंचने पर आरोपित को जीआरपी को सौंंपा। लेकिन मामला कोटा जीआरपी का होने से उन्होंने कार्यवाही करने से मना कर दिया। इसके बाद आरोपित को वापस कोटा लाए। यहां जीआरपी को सौंपा। पुलिस ने उसके खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया।