scriptआईसीएफ कोचों को मालवाहक डिब्बों में तब्दील कर रहा रेलवे | Railways converting ICF coaches into freight coaches | Patrika News

आईसीएफ कोचों को मालवाहक डिब्बों में तब्दील कर रहा रेलवे

locationकोटाPublished: Jan 11, 2022 10:14:41 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

ऑटोमोबाइल ट्रांसपोर्ट के सुरक्षित और तेज परिवहन के लिए 110 किमी प्रति घंटे की गति से दौडऩे वाली फ्रेट ट्रेन के लिए इन कोचों को संशोधित डिजाइन में विकसित किया जा रहा है।

goods_yan.jpg
कोटा. भारतीय रेलवे की ओर से सवारी गाडिय़ों में पुराने आईसीएफ कोचों की जगह पर एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही नए रैक उपलब्ध होने पर आईसीएफ कोचों को माल वाहन यान में तब्दील किया जा रहा है। इन्हें हाई स्पीड न्यू मॉडिफाइड गुड्स कोच (एनएमजीएच) नाम दिया है। खासतौर से ऑटोमोबाइल ट्रांसपोर्ट के सुरक्षित और तेज परिवहन के लिए 110 किमी प्रति घंटे की गति से दौडऩे वाली फ्रेट ट्रेन के लिए इन कोचों को संशोधित डिजाइन में विकसित किया जा रहा है। इस तरह का पहला रैक पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल स्थित कारखाने में तैयार किया गया है। एक एनएमजीएच रैक 25 कोचों से तैयार होता है। इस प्रकार पश्चिम मध्य रेलवे अब तक 75 कोच तैयार करने में सफल रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे में लंबी दूरी की टे्रनों में एलएचबी कोचों का उपयोग किया जाने लगा है। ऐसे में पुराने आईसीएफ कोचों का उपयोग अब माल परिवहन के लिए किया जाएगा। नई डिजाइन कोच के अंदर उपलब्ध चौड़ाई और ऊंचाई के अधिकतम उपयोग को सक्षम बनाते हुए एसयूवी, ट्रैक्टर जैसे वाहनों के परिवहन के लिए सक्षम बनाया है।
यह खासियत होगी फ्रेट ट्रेन की
-ट्रेन की गति क्षमता में 46.6 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होगी।
-वहन क्षमता को 9.2 टन से बढ़ाकर 12 टन कर दिया गया है।
-नई डिजाइन कोच के अंदर उपलब्ध चौड़ाई और ऊंचाई के अधिकतम उपयोग को सक्षम बनाते हुए एसयूवी, ट्रैक्टर जैसे वाहनों के परिवहन के लिए सक्षम बनाया है।
-कोचों के इंटीरियर में वेंटिलेशन और रोशनी को बढ़ाने के लिए 8 खिड़कियों को दोनों तरफ लगाया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो