scriptरेलवे कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों में जुटा | Railways engaged in preparations for the third wave of Corona | Patrika News
कोटा

रेलवे कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों में जुटा

कोरोना की संभावित तीसरी लहर आने से पहले पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलों, कारखानों तथा मुख्यालय के संबंधित स्वास्थ्य एवं कार्मिक विभाग की टीम अलर्ट मोड पर काम कर रही है। पश्चिम मध्य रेल में 53156 रेल कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है।

कोटाNov 27, 2021 / 02:31 pm

Jaggo Singh Dhaker

24 घंटे में 406 नए मामले, 637 डिस्चार्ज, 10 मौतें
कोटा. देश में विभिन्न राज्यों में आ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए रेलवे ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां तेज कर दी है। पश्चिम मध्य रेलवे में रेल कर्मचारियों को कोरोना की प्रथम डोज लगभग शत प्रतिशत और द्वितीय डोज 90 प्रतिशत कर्मचारियों को लग चुकी है। संभावित तीसरी लहर आने से पहले तीनों मंडलों, कारखानों तथा मुख्यालय के संबंधित स्वास्थ्य एवं कार्मिक विभाग की टीम अलर्ट मोड पर काम कर रही है। पश्चिम मध्य रेल में 53156 रेल कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है। इसके अलावा रेल कर्मचारियों के परिजनों और अन्य गैर रेलवे व्यक्तियों का भी टीकाकरण रेलवे अस्पतालों में हो रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे में 53156 रेलकर्मियों को प्रथम डोज शत-प्रतिशत लग गई और 47861 रेलकर्मियों अर्थात 90 प्रतिशत द्वितीय डोज लग चुकी है। कोटा जिले में डेंगू समेत अन्य मौसमी बीमारियों के मरीज लगातार सामने आ रहे हैं। चिकित्सा विभाग के अनुसार गत शुक्रवार को डेंगू के 5, चिकनगुनिया के 2 व स्क्रबटायफस का 1 रोगी मिला। इस सीजन में डेंगू के 1651,स्क्रबटायफस के 107 व चिकनगुनिया के 27 रोगी मिल चुके हैं। उधर, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जिले में चल रहे डोर टू डोर सर्वे अभियान के तहत अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं। शुक्रवार को भी चिकित्सा विभाग ने घरों में लार्वा मिलने पर 26 मकान मालिकों को नोटिस दिए। सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि टीम ने घरों में 35430 पानी के जल पात्रों जैसे पानी की टंकियां, कूलर, ड्रम, परिण्डे, गमले, फ्रीज की ट्रे और छतों पर रखे पानी जमा होने वाले टायर, कबाड़ आदि की जांच की गई। इसी बीच पत्रिका टीम ने जिले स्वास्थ्य भवन का हाल देखा तो वहां भी छत पर पानी भरा हुआ था। जहां सीएमएचओ खुद बैठते हैं, लेकिन सफाई और अन्य व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां भवन में जगह-जगह गंदगी मिली। सार्वजनिक स्थलों पर नहीं थूकने के पोस्टर लगे हुए थे, लेकिन कर्मचारी भवनों के कोनों में ही थूक रहे थे। भदाना, भीमगंजमंडी और बोरखेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र को मिली एम्बुलेंस भी स्वास्थ्य भवन में परिसर में खड़ी मिली। यहां बाहर दोपहर में बल्व जल रहा था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो