राजस्थान में सरकार क्या बदली, जलदाय विभाग के नई मुसीबत गले पड़ गई। कांग्रेस सरकार ने निश्चित मात्रा का या यूं कहें पयाप्त पानी की आपूर्ति फ्री कर दी ऐसे में जलदाय उपभोक्ता अब पुराना बकाया बिल नहीं चुका रहे हैं। जिले के अकेले सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र में जलदाय विभाग के साढ़े 3 हजार से अधिक उपभोक्ता पानी का ‘मोलÓ चुकाने में रुचि नहीं दिखा रहे। वर्षो से बकाया बिल हजारों में पहुंच गया है।
दरअसल, राज्य में सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस सरकार ने अप्रेल माह से मुफ्त पानी के आदेश दिए तो पुरानी रिकवरी में पीएचईडी कार्मिकों के पसीने छूट रहे हैं। ग्रामीण उपभोक्ताओं को अब तय मात्रा में मुफ्त पानी मिल रहा है तो लेकिन उपभोक्ता पुराना बकाया देने में भी आनाकानी कर रहे। जलदाय विभाग के उपभोक्ताओं पर पौने दो करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं।
जानकारी अनुसार जलदाय विभाग ने सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र को 6 भागों में बांटा हुआ है। दीगोद, बूढ़ादीत, बड़ौद, मंडावरा, नीमोदा व सुल्तानपुर शामिल हैं। यहां कुल 5 हजार 632 उपभोक्ता हैं। इनमें से कुल 3820 उपभोक्ताओं पर कुल 1 करोड़ 81 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। वसूली को लेकर 3 माह से पीएचईडी सहायक अभियंता वीपी तिवारी व जेईएएन दिनेश गोचर के नेतृत्व में घर-घर टीम दस्तक भी दे रही लेकिन फिर भी उपभोक्ता बकाया बिल जमा करवाने में रूचि नहीं ले रहे। अब विभाग ने ऐसे कनेक्शनधारियों और सरकारी व गैर सरकारी विभागों की सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है।
सुल्तानपुर में अधिक
बकाया जमा नहीं करवाने के मामले में सबसे अधिक लापरवाह सुल्तानपुर कस्बे के उपभोक्ता हैं। कस्बे में कुल 2673 नल कनेक्शन हैं जिनमें से 1700 उपभोक्ताओं पर कुल 1 करोड़ 3 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। दीगोद में 46 लाख, बूढ़ादीत में 9 लाख, बड़ौद में 28 लाख व मंडावरा में 31 लाख रुपए बकाया हैं। मार्च में चलाए गए वसूली अभियान में विभाग को 5 लाख 62 हजार रुपए प्राप्त हुए।
दरअसल, राज्य में सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस सरकार ने अप्रेल माह से मुफ्त पानी के आदेश दिए तो पुरानी रिकवरी में पीएचईडी कार्मिकों के पसीने छूट रहे हैं। ग्रामीण उपभोक्ताओं को अब तय मात्रा में मुफ्त पानी मिल रहा है तो लेकिन उपभोक्ता पुराना बकाया देने में भी आनाकानी कर रहे। जलदाय विभाग के उपभोक्ताओं पर पौने दो करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं।
जानकारी अनुसार जलदाय विभाग ने सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र को 6 भागों में बांटा हुआ है। दीगोद, बूढ़ादीत, बड़ौद, मंडावरा, नीमोदा व सुल्तानपुर शामिल हैं। यहां कुल 5 हजार 632 उपभोक्ता हैं। इनमें से कुल 3820 उपभोक्ताओं पर कुल 1 करोड़ 81 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। वसूली को लेकर 3 माह से पीएचईडी सहायक अभियंता वीपी तिवारी व जेईएएन दिनेश गोचर के नेतृत्व में घर-घर टीम दस्तक भी दे रही लेकिन फिर भी उपभोक्ता बकाया बिल जमा करवाने में रूचि नहीं ले रहे। अब विभाग ने ऐसे कनेक्शनधारियों और सरकारी व गैर सरकारी विभागों की सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है।
सुल्तानपुर में अधिक
बकाया जमा नहीं करवाने के मामले में सबसे अधिक लापरवाह सुल्तानपुर कस्बे के उपभोक्ता हैं। कस्बे में कुल 2673 नल कनेक्शन हैं जिनमें से 1700 उपभोक्ताओं पर कुल 1 करोड़ 3 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। दीगोद में 46 लाख, बूढ़ादीत में 9 लाख, बड़ौद में 28 लाख व मंडावरा में 31 लाख रुपए बकाया हैं। मार्च में चलाए गए वसूली अभियान में विभाग को 5 लाख 62 हजार रुपए प्राप्त हुए।
सरकारी दफ्तर भी पीछे नहीं-
बकाया के मामले में सरकारी कार्यालय भी पीछे नहीं। क्षेत्र में करीब 90 सरकारी कनेक्शनों पर कुल 6 लाख 90 हजार रुपए भी बकाया चल रहे हैं। कई बिल तो वर्षों पुराने हैं। जलदाय विभाग की ओर से कई बार नोटिस भी दिए जा चुके लेकिन जिम्मेदार अफसरों पर कोई असर नहीं हुआ।
बकाया के मामले में सरकारी कार्यालय भी पीछे नहीं। क्षेत्र में करीब 90 सरकारी कनेक्शनों पर कुल 6 लाख 90 हजार रुपए भी बकाया चल रहे हैं। कई बिल तो वर्षों पुराने हैं। जलदाय विभाग की ओर से कई बार नोटिस भी दिए जा चुके लेकिन जिम्मेदार अफसरों पर कोई असर नहीं हुआ।
काट देंगे कनेक्शन
विभाग के सुल्तानपुर खंड के सहायक अभियंत वीपी तिवारी का कहना है कि सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं पर वर्षों के बिल बकाया तो हैं। ऐसे लोगों को सूचीबद्ध कर वसूली की जा रही है। मार्च में 5 लाख 62 हजार रुपए की वसूली हुई है। अब उपभोक्ताओं से कहा है कि बकाया नहीं दिया तो कनेक्शन काटना पड़ेगा।
विभाग के सुल्तानपुर खंड के सहायक अभियंत वीपी तिवारी का कहना है कि सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं पर वर्षों के बिल बकाया तो हैं। ऐसे लोगों को सूचीबद्ध कर वसूली की जा रही है। मार्च में 5 लाख 62 हजार रुपए की वसूली हुई है। अब उपभोक्ताओं से कहा है कि बकाया नहीं दिया तो कनेक्शन काटना पड़ेगा।