scriptElection 2018 : मतदान के लिए लगी कतारें…हाड़ौती में 2 मंत्री और पांच पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर | Rajasthan Election 2018 Voting in Kota live updates | Patrika News
कोटा

Election 2018 : मतदान के लिए लगी कतारें…हाड़ौती में 2 मंत्री और पांच पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

कांग्रेस और भाजपा के बीच दिख रहा रोचक मुकाबला, कई जगह निर्दलीय और अन्य प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं खेल
 

कोटाDec 07, 2018 / 09:11 am

shailendra tiwari

kota news

Election 2018 : 2 मंत्री, पांच पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दावं पर

कोटा। संभाग के कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिले में कुल 17 सीटें हैं, इनमें से अभी 16 सीटों पर भाजपा काबिज है। केवल बूंदी जिले की हिंडोली सीट से कांगे्रस के विधायक हैं। वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस को संभाग में कड़ी शिकस्त मिली थी। इस बार हाड़ौती में लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच टक्कर है। कई दिग्गज कड़े मुकाबले में फंस गए हैं। हाड़ौती में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, कांगे्रस के मानवेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, पूर्व मंत्री भरत ङ्क्षसह, पूर्व मंत्री मदन दिलावर, पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी, पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भया और कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी व राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा की प्रतिष्ठा दावं पर लगी है।

इस बार भाजपा और कांग्रेस ने कई जगह प्रत्याशी बदल दिए हैं तो कई की सीट बदल दी है। भाजपा ने मनोहरथाना, डग, पीपल्दा, लाडपुरा के प्रत्याशी बदले हैं वहीं रामगंजमंडी विधायक चंद्रकांता मेघवाल को इस बार केशवरायपाटन में उतारा है। केशवरायपाटन के विधायक बाबूलाल वर्मा को बारां-अटरू विधानसभा से मौका दिया है। वहीं लाडपुरा विधायक भवानी सिंह राजावत का टिकट काटकर कल्पना देवी को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने कोटा दक्षिण, पीपल्दा और लाडपुरा के प्रत्याशी बदले हैं। केशवरायपाटन में त्रिकोणीय मुकाबला है। वहीं कोटा दक्षिण में सबसे ज्यादा 18 प्रत्याशी मैदान में हैं। ये भी किसी दल के प्रत्याशी का खेल बिगाड़ सकते हैं।

कांग्रेस के पास खोने को कुछ नहीं

विधानसभा चुनाव 2013 में हाड़ौती संभाग में 17 में 16 सीट जीतने वाली भाजपा के सामने सीटों को बचाए रखने की कड़ी चुनौती है। इस चुनाव में कांग्रेस के पास खोने को कुछ नहीं है। कोटा जिले की सभी छह सीटें भाजपा के पास हैं। जिन सीटों पर भाजपा ने रेकार्ड मतों से जीत हासिल किए थे, वहां पांच साल में सियासी समीकरण बदल गए हैं। वहीं पांच साल में उपजी एंटी-इंकम्बेंसी का असर दिख रहा है। कांग्रेस ज्यादातर सीटों पर एकजुटता दिखाते हुए मैंदान में हैं। दोनों दलों ने इस बार कुछ प्रत्याशी भी बदले हैं। इससे मुकाबला कड़ा हो गया है। कोटा दक्षिण, लाडपुरा और पीपल्दा में कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी भितरघात के खतरे की आंशका से बाहर नहीं पाए हैं। वहीं कोटा दक्षिण, लाडपुरा और कोटा उत्तर विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर हैं। यहां प्रत्याशी और उनके समर्थक पूरी रात नहीं सोए, वे मतदाताओं को फोन करते रहे।

ये सीटें हैं हाड़ौती में

कोटा जिले की सीटें: पीपल्दा, सांगोद, कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, रामगंजमंडी और लाडपुरा
झालावाड़:: खानपुर, झालरापाटन, डग, मनोहरथाना

बूंदी: केशवरायपाटन, बूंदी और हिंडोली
बारां: अंता, बारां-अटरू, छबड़ा, किशनगंज


संभाग की हॉट सीट
झालरापाटन: यहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह के बीच मुकाबला है
अंता: यहां कृषि मंत्र प्रभुलाल सैनी और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया के बीच मुकाबला है

कोटा उत्तर: यहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और विधायक प्रहलाद गुंजल के बीच मुकाबला है
13.55 लाख मतदाता चुनेंगे सरकार, प्रत्याशियों ने ताकत झौंकी

जिले की सभी छहों विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को होने वाले मतदान की निर्वाचन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। सुबह 8 बजे से मतदान शुरू होगा। जिले में 13 लाख 55 हजार 946 मतदाता हैं। उधर प्रत्याशियों ने आखिरी दिन पूरा जोर लगा दिया। किसी ने घर-घर जाकर सम्पर्क किया तो किसी ने समाजों व संगठनों की बैठकें लेकर अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की रणनीति तय की। प्रत्याशियों के वार-रूम में हलचल तेज रही। मतदान दल सुबह सात बजे से जेडीबी कॉलेज परिसर से रवाना हुए। जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव गोयल, सिटी एसपी दीपक भार्गव व ग्रामीण एसपी डॉ. राजीव पचार की निगरानी में दल रवाना हुए। जिले की छहों विधानसभाओं में 1435 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
यह है स्थिति

1. पीपल्दा विधानसभा में 242 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, जिनमें 1 लाख 97 हजार 652 मतदाता हैं। इसमें पुरुष 1 लाख 2 हजार 859 एवं महिलाएं 94 हजार 793 तथा 52 सर्विस मतदाता है।

2. सांगोद विधानसभा क्षेत्र में 249 मतदान केन्द्रों पर 1 लाख 98 हजार 331 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता 1 लाख 2 हजार 794, महिला मतदाता 95 हजार 536, ट्रांसजेंडर 1 तथा सर्विस मतदाता 44 हैं।
3. कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 225 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें कुल मतदाता 2 लाख 38 हजार 580 है। पुरुष मतदाता 1 लाख 22 हजार 769, महिला मतदाता 1 लाख 15 हजार 811 एवं सर्विस मतदाता 97 हैं।

4. कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 212 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, इनमें कुल मतदाता 2 लाख 35 हजार 627 हैं। पुरुष मतदाता 1 लाख 21 हजार 150, महिला मतदाता 1 लाख 14 हजार 475, टांसजेंडर 2 एवं सर्विस मतदाता 58 हैं।
5. लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में 248 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। कुल मतदाता 2 लाख 60 हजार 700 हैं, इनमें पुरुष मतदाता 1 लाख 34 हजार 756, महिला मतदाता 1 लाख 25 हजार 944 एवं सर्विस मतदाता 132 हैं।

6. रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र में 250 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें कुल 2 लाख 25 हजार 56 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता 1 लाख 17 हजार 740, महिला 1 लाख 7 हजार 312, ट्रांसजेंडर 4 एवं सर्विस मतदाता 47 हैं।
59 हजार युवा पहली बार डालेंगे वोट, लाडपुरा में सबसे ज्यादा नवमतदाता

जिले की छहों विधानसभा सीट पर 59 हजार से अधिक युवा पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। युवाओं का वोट चुनावी गणित के हिसाब से अहम माना जा रहा है। सबसे अधिक नव मतदाता लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में है, जबकि शहरी सीट कोटा दक्षिण में सबसे कम नव मतदाता है। निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले की छहों विधानसभाओं में 18 से 19 वर्ष के कुल मतदाता 59 हजार 540 है। लाडपुरा में सबसे अधिक 12 हजार 23 नवमतदाता है। दूसरे नम्बर पर रामगंजमंडी का है। यहां नवमतदाताओं की संख्या 10 हजार 840 है। कोटा दक्षिण में 8675, कोटा उत्तर में 8924, पीपल्दा में 9272, सांगोद में 9806 में नवमतदाता है।

विधानसभा क्षेत्र 20- 29 आयु के मतदाता 30-39 आयु के मतदाता

पीपल्दा 55373 41238
सांगोद 53062 41114

रामगंजमंडी 61571 48564
कोटा उत्तर 60071 58581

कोटा दक्षिण 56384 57298
लाडपुरा 70719 63452

Home / Kota / Election 2018 : मतदान के लिए लगी कतारें…हाड़ौती में 2 मंत्री और पांच पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो