इसी प्रकार एकलिंगपुरा निवासी लक्ष्मीनारायण पुत्र मोडूलाल धाकड़ सांड के हमले में 20 मार्च को गंभीर घायल हो गए थे। कोटा मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सरपंच रामनिवास धाकड़ ने बताया कि सांड ने बुजुर्ग को कई बार उठाकर पटका था। बुधवार को वृद्ध की मौत हो गई।
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दो-दो गोशाला, आवारा सांडों पर नहीं अंकुश
शहर में आवारा सांडों पर अंकुश नहीं लग रहा। जबकि शहर में दो गोशाला संचालित है। जनसहयोग भी मिल रहा है। पालिका प्रशासन ने सड़कों पर घूमते आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई। पालिका अधिशासी अधिकारी मुकेश नागर ने बताया कि उन्होंने कुछ दिनों पूर्व ही पदभार ग्रहण किया है। आवारा मवेशियों को पकड़कर गोशाला या अन्य स्थान पर छोड़े जाने की योजना बनाकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पूर्व में हो चुके है हादसे
साल भर पहले भी बड़ के पेड़ के पास वृद्ध जगन्नाथ की सांड के हमले में मौत हो गई थी। वहीं कोटा बेरियर पर आरएपीपी के रिटायर्ड कर्मचारी को सांड ने गंभीर घायल कर दिया था। एक फकीर के पेट में सांड ने सींग घुसा कर गंभीर घायल कर दिया था।