प्रत्येक वर्ष राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के हजारों विद्यार्थी इस
परीक्षा में में भाग लेते हैं और सफलता की इबारत लिखते हैं। कैरियर पॉइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया की अन्य वर्षो की भांति ही यह परीक्षा इस बार भी दो चरणों में आयोजित होगी। प्रथम चरण राज्य स्तर पर होगा तथा द्वितीय चरण राष्ट्रीय स्तर पर। वर्ष 2019-20 के लिए इस परीक्षा के आयोजन की तिथियां राष्ट्रीय शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिषद,नई दिल्ली द्वारा घोषित कर दी गई है।
देव शर्मा ने बताया कि राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सरकारी एवं गैर सरकारी सभी स्कूलों के कक्षा 10 में अध्ययनरत विद्यार्थी राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के लिए पात्र होते हैं। एक विशेष तथ्य है कि ओपन एवं डिस्टेंस लर्निंग के छात्र भी उपरोक्त परीक्षा के लिए पात्र है यदि उनकी उम्र 1 जुलाई 2019 को 18 वर्ष से कम है।
लगभग दो हजार छात्रवृत्तियां कक्षा 11 से पीएचडी तक छात्रवृत्ति की पात्रता देव शर्मा ने बताया कि परिषद द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार परिषद लगभग दो हजार छात्रवृत्तियां जारी करती है। कक्षा 11 एवं 12 में अध्ययन के दौरान 1250 रुपया प्रति माह तथा अंडर ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान ₹2000 प्रति माह के छात्रवृत्ति विद्यार्थी को प्रदान की जाती है।
पीएचडी के दौरान दी जाने वाली
छात्रवृत्ति की राशि यूजीसी नियमों के आधार पर तय की जाती है।
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के प्रथम एवं द्वितीय चरण का पैटर्न समान प्रत्येक चरण में पेपर -1 बौद्धिक योग्यता परीक्षा तथा पेपर-2 शैक्षणिक योग्यता परीक्षा
प्रश्न संख्या 100, प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का समय अंतराल 120 मिनट कोई ऋणात्मक मार्किंग नहीं
राष्ट्रीय शैक्षणिक एवं अनुसंधान परिषद की
ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी सूचना के अनुसार राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के प्रथम एवं द्वितीय चरण का पैटर्न समान होगा। किंतु यदि द्वितीय चरण के पैटर्न में कोई परिवर्तन किया जाता है तो इसकी सूचना पूर्व में जारी कर दी जाएगी
शर्मा ने बताया कि
नोटिफिकेशन के अनुसार प्रथम एवं द्वितीय चरण प्रत्येक में दो प्रश्न पत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रथम प्रश्न पत्र बौद्धिक योग्यता परीक्षा का होगा तथा द्वितीय प्रश्न पत्र शैक्षणिक योग्यता से संबंधित होगा।
दोनों प्रश्न पत्रों में 100 प्रश्न पूछे जाएंगे जिनके लिए 120 मिनट का समय अंतराल दिया जाएगा। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे तथा किसी प्रकार की ऋणात्मकत्मक
मार्किंग नहीं की जाएगी।