पुलिस ने व्यापारी की सुरक्षा में 2 पुलिसकर्मी तैनात किए। ऐसे में दो पुलिस जवानों का 22 दिन का खर्च करीब 3 लाख 38 हजार 272 रुपए आरोपियों से वसूलकर राजकोष में जमा कराया जाएगा। एसपी ने कहा कि ऐसे ही एक मामले में श्रीगंगानगर में आरोपियों से खर्च वसूला गया था। कोई दिक्कत आई तो न्यायालय से आग्रह करके आरोपियों से रुपए वसूलने के आदेश करवाए जाएंगे।
साइबर टीम के एएसआइ प्रताप सिंह के अनुसार, तीनों आरोपियों में व्यापारी को धमकाने की योजना आरोपी हितेश माखीजा ने दीपक व प्रशांत को साथ लेकर बनाई थी। हितेश ने दीपक के मोबाइल पर स्कूपिंग एप डाउनलोड किया था। व्यापारी को धमकी मिलने की रिपोर्ट पर अनुसंधान के दौरान साइबर व सोशल मीडिया के एप की दिशा में काम किया। सोशल मीडिया पर इंटरनेट कॉलिंग एप खंगाले गए। काफी प्रयास से एक के बाद एक कड़ी जुड़ती गई और कॉल कोटा से ही होना पाया गया। तीनों आरोपियों की अपराध में संलिप्तता पाया जाना पुख्ता होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।