धनिया मंडी में 30 मार्च को अंतिम कारोबार हुआ था। नए वित्तीय वर्ष की तैयारियां व रविवार का अवकाश होने से चार दिन तक मंडी में कारोबार बंद था। सोमवार को मंडी में नीलामी कार्य प्रारंभ करने से पूर्व कृषि उपज मंडी प्रांगण में स्थित गणपति मंदिर में भगवान गणपति की पूजा-अर्चना शुरू हुई। बड़ी संख्या में व्यापारियों का समूह यहां एकत्रित हुआ। विधिवत पूजा अर्चना के बाद पहली नीलामी का कार्य धनिया की ढ़ेरियों पर हुआ। मंडी बंद होने के बाद से वायदा कारोबार में धनिया में तेजी का सर्किट था। 1000 से 1500 रुपए क्विंटल की तेजी को देखते हुए मंडी में नीलामी के समय में धनिया की सभी किस्मों में तेजी का रुख देखने को मिला। चालू बादामी में सात सौ रुपए तक की तेजी रही तो रंगदार धनिया में यह तेजी एक हजार रुपए तक शुरुआत में देखने को मिली। लेवाली का ग्राफ भी बना रहा। लंच के बाद इसमें उतार चढ़ाव का दौर चला। शाम के समय में धनिया के भावों में 500 से 700 रुपए की तेजी के साथ बाजार बंद हुए।
चार दिन में 25 हजार कम बुवाई का संकेत
कृषि उपज मंडी में नए वित्तिय वर्ष में चार दिनों के अवकाश उपरांत शुरूहोने वाले जिंसों के कारोबार में धनिया की आवक 25 हजार बोरी तक सिमट जाना धनिया की बुवाई का रकबा हाड़ौती संभाग में कम होने की बात को प्रमाणित करता है। बीते सालों में ऐसा नजारा इस माह में देखने को नहीं मिला। धनिया का पीक सीजन मार्च व अप्रेल माह तक माना जाता है।
कृषि उपज मंडी में नए वित्तिय वर्ष में चार दिनों के अवकाश उपरांत शुरूहोने वाले जिंसों के कारोबार में धनिया की आवक 25 हजार बोरी तक सिमट जाना धनिया की बुवाई का रकबा हाड़ौती संभाग में कम होने की बात को प्रमाणित करता है। बीते सालों में ऐसा नजारा इस माह में देखने को नहीं मिला। धनिया का पीक सीजन मार्च व अप्रेल माह तक माना जाता है।
एसोसिएशन पदाधिकारियों ने की पूजा
मंडी में जिंसों की नीलामी शुरू होने से पूर्व ग्रेन सीडस मर्चेन्ट एसोसिएशन अध्यक्ष मुकेश धाकड़, पीयूष विजयवर्गीय, सहित पदाधिकारियों ने विधिवत पूजा अर्चना की। प्रसादी बांटी इसके बाद शुभ मुर्हुत में मंडी में नीलामी कार्य प्रारंभ हुआ।
मंडी में जिंसों की नीलामी शुरू होने से पूर्व ग्रेन सीडस मर्चेन्ट एसोसिएशन अध्यक्ष मुकेश धाकड़, पीयूष विजयवर्गीय, सहित पदाधिकारियों ने विधिवत पूजा अर्चना की। प्रसादी बांटी इसके बाद शुभ मुर्हुत में मंडी में नीलामी कार्य प्रारंभ हुआ।