सोमवार शाम को 5 बजे महिला कांस्टेबल रक्षा चौहान और एएसआई अब् दुल कलाम को बलात्कार पीडि़ता नाबालिग का मेडिकल कराने सीएचसी भेजा था। वहां ढाई घंटे बालिका खड़ी रही। सूचना मिलने पर मैं पहुंचा और कलक्टर व सीएमएचओ से बात की। उसके दखल पर मेडिकल हुआ। पहले भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द पर ऐसे मामले हुए हैं।
महेश करवाल, थानाधिकारी मण्डाना ऐसी कोई बात नहीं
पहले मैं गलती से ब्लड सेम्पल की बात समझ गई। बाद में मामला पता चलने पर 10 मिनट में ही महिला कर्मचारी के साथ बालिका का मेडिकल कर सेम्पल रख लिए थे। इसके बाद मरीज देखने में व्यस्त हो जाने से सेम्पल देने में विलंब हुआ। ढाई घंटे तक मेडिकल नहीं करने का आरोप गलत है।
पहले मैं गलती से ब्लड सेम्पल की बात समझ गई। बाद में मामला पता चलने पर 10 मिनट में ही महिला कर्मचारी के साथ बालिका का मेडिकल कर सेम्पल रख लिए थे। इसके बाद मरीज देखने में व्यस्त हो जाने से सेम्पल देने में विलंब हुआ। ढाई घंटे तक मेडिकल नहीं करने का आरोप गलत है।
डॉ. प्रिया शमा, ड्यूटी डॉक्टर, मंडाना सीएचसी