#फॉलोअपः 11 दिन बाद गिरफ्त में आया 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म करने वाला पुलिस कार्रवाई का लगातार दबाव बढ़ा तो वह जंगल में अंदर तक छिपता गया। जब उसे यह अंदेशा हुआ कि अब वह नहीं बचेगा तो वह बालिका को जंगल में नदी किनारे छोड़कर चला गया।
दावा करते हैं 15 लाख नौकरियां देने का, और छह साल में 15 का आंकड़ा भी नहीं कर पाए पार घना जंगल देख पुलिस घबराई आरोपित को घटनास्थल की तस्दीक के लिए जंगल में लेकर गए तो वह काफी दूर तक ले गया। वहां से वापस आने का रास्ता पुलिस को भी पता नहीं था। सीआई ने बताया कि जंगल काफी घना है, यदि आरोपित साथ नहीं होता तो उन्हें रास्ता तक नहीं मिलता।
#Picnicspot: भंवरकुंज में आया उफान, सुरक्षा के नहीं हैं कोई इंतजाम बालिका के घर आना-जाना था एसपी अंशुमान भौमिया ने बताया कि पड़ोसी होने के नाते आरोपित का बालिका के घर आना-जाना था। बालिका की मां बकरियां चराने नदी किनारे जाती थी तो बालिका भी साथ जाती थी। आरोपित जाफिर भी मछलियां पकड़ने नदी पर जाता था। वह 3 जुलाई को बालिका को टॉफी दिलाने के बहाने अपरहण कर ले गया। उसने 5 दिन तक उसे जंगल में रखा। उससे दुष्कर्म किया।
केस ऑफिसर स्कीम में लेंगे एएसपी अनंत कुमार ने बताया कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए इसे केस ऑफिसर स्कीम में लेकर जल्द से जल्द चालान पेश करेंगे। आरोपित की तलाश में जुटी टीम में उप निरीक्षक सुनील चौधरी, एएसआई रामसहाय प्रजापत व हैड कांस्टेबल बच्चन सिंह समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
नहीं चली हाड़ौती की शान, अब चलेगी सिर्फ फूल पत्तियां बुर्के वाली की तलाश में लगा समय थानाधिकारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि शुरुआत में सूचना मिली कि बालिका को बुर्के वाली महिला लेकर गई है। इससे 2-3 दिन तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई।