दशहरा मैदान में प्रथम फेज का 90 फीसदी से अधिक काम
पूरा हो चुका है। ठेका फर्म को ही मेले से पहले दशहरा मैदान तैयार करके देना था। इसमें सम्पूर्ण सिविल कार्य शामिल था। इसमें सड़कों का कार्य भी शामिल था, लेकिन निगम प्रशासन मेले के फंड से सड़क व अन्य कार्यों पर लाखों रुपए का मोटा बजट खर्च करने की तैयारी में है। पिछले दिनों मेला समिति ने आयुक्त और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों के साथ दशहरा मैदान का दौराकर अधूरे कार्य जल्द पूरे करने को कहा था।
सड़क और नाले पर 35 लाख खर्च होंगे
निगम की ओर से पिछले सप्ताह दशहरा मैदान के कार्यों का ई-टेण्डर जारी किया गया है। इसमें राष्ट्रीय दशहरा मेले वर्ष 2018 केअवसर पर दशहरा मैदान की सड़कों की मरम्मत एवं आरसीसी नाले के निर्माण पर 35.30 लाख के टेण्डर जारी किए हैं। इसके अलावा
क्रेशर डालने एवं मैदान के समतलीकरण के कार्य पर 29.65 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे, जबकि प्रथम पेज में ठेका फर्म को यह कार्य पूर्ण करने हैं।
ये राशि होगी खर्च
5 लाख रुपए मेले में आतिशबाजी पर।
7.50 लाख रुपए मेला ग्राउण्ड व विभिन्न स्थानों पर बेरिकेट्स लगाने पर।
10 लाख रुपए मैदान में विभिन्न स्थानों पर पेटिंग व पुताई पर खर्च होंगे।
रावण, मेघनाद और कुम्भकर्ण के पुतले दस लाख में तैयार
इस साल दशहरा मेले में रावण के पुतले की ऊंचाई 72 फीट से बढ़ाकर 100 फीट करना प्रस्तावित है। इसलिए बजट भी बढ़ा दिया गया है। रावण, मेघनाद और कुम्भकर्ण के पुतले तैयार करने पर 10 लाख रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। तीनों पुतले खड़े करने का बजट 3.10 लाख रुपए तथा पेड़ा बनाने पर भी तीन लाख रुपए खर्च होंगे।