थानाधिकारी आईपीएस (प्रशिक्षु) मनीष कुमार चौधरी के अनुसार चारों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। आरोपी रविन्द्र कटेवा को पुलिस कोटा लेकर आ रही है। ठगी की वारदातों के खुलासे के लिए उससे गहनता से पूछताछ की जाएगी।
कोटा के व्यक्ति को फांसा था चौधरी ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर निवासी पवन गुप्ता ने 18 अप्रेल को एक रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया था कि उसकी इलेक्ट्रिकल पार्ट की दुकान है। वह ऑनलाइन लेन-देन करता है। उसके पास 10-10 हजार की दो एन्ट्री 28 फरवरी को आनी थी जो नहीं आई। 18 अप्रेल को गूगल पर एम-स्वाइप के कस्टमर केयर के नम्बर सर्च कर काल किया तो बोला गया कि हमारी टीम आपसे सम्पर्क करेगी। कुछ समय बाद विभिन्न नम्बरों से कॉल आए और उन्होंने अपने आप को कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए एप्लीकेशन को सपोर्ट मोबाइल में डाउनलोड करवाकर आईडी व पासवर्ड पूछकर उसके मोबाइल को रिमोट पर ले लिया। इसके बाद उसके खाते से 2 लाख 18 हजार 988 रुपए काट लिए तथा खाते को फ्रिज करवा दिया। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान किया तो पाया कि धोखाधड़ी में जिन क्रेडिट कार्डों का उपयोग हुआ वे राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में सक्रिय हैं। पुलिस टीम ने शेखावाटी क्षेत्र में जाकर आरोपियों सीकर जिले के बलारा थाना के पूनियों का बास बींदसर निवासी चन्द्रप्रकाश पूनिया, झुंझुनूं जिले के मुकुन्दगढ़ थाना क्षेत्र के सोटवारा निवासी सुनिल झांझडिय़ा व झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ थाना क्षेत्र के बडबासी निवासी रविन्द्र उर्फ रवि सिंगड़ (जाट) को गिरफ्तार किया था।