में वापसी के लिए जुटी टीम संस्थानों को सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है। गाइडलाइन आते ही उसके मुताबिक स्टूडेंट्स की संख्या रख आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा सकेगी। वहीं विद्यार्थी दो से तीन दरवाजों से आ जा सकते हैं। क्लासेज में वर्तमान में 50 से 100 तक विद्यार्थी होते हैं, लेकिन आधे बैठेंगे तो आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग हो जाएगी।
नए कोटा में करीब एक दर्जन इलाकों में कोचिंग फैली हुई है, जिनके बीच दो से तीन किलोमीटर की दूरी है। इसमें इन्द्रविहार, राजीव गांधी नगर, विज्ञान नगर, इलेक्ट्रोनिक कॉम्पलेक्स, इण्डस्ट्रीयल एरिया, महावीर नगर प्रथम, द्वितीय, तृतीय, श्रीनाथपुरम, आरकेपुरम, जवाहर नगर, दादाबाड़ी, केशवपुरा में क्लासेज लगती है।
कोचिंग संस्थान विद्यार्थियों को फेस शील्ड भी उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं। अभी तक दो शिफ्ट में कोचिंग का संचालन किया जाता है। सुबह व शाम पढ़ाई होती है। इसे तीन फेज में भी किया जा सकता है। इसमें 4 से 5 घंटे की एक शिफ्ट हो सकती है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए स्टूडेंट्स को पढ़ाया जा सकता है। एक दिन छोड़कर भी पढ़ाया जा सकता है। इससे भी बच्चों की संख्या आधी रह जाएगी।