पेट्रोल पम्प संचालकों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रिलायंस व नायरा व एचपीसी के पेट्रोल पम्पों पर मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं होने से इसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्र में पड़ा है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पम्प इन्हीं कम्पनियों के है। फ्यूल की सप्लाई नहीं होने से इन कम्पनियों ने पिछले करीब 15 दिन पहले ही पेट्रोल पर 5 रुपए व डीजल पर 3 रुपए बढ़ा दिए थे। इसके साथ ही एचपीसी के पम्पों पर ड्राई रन की स्थिति बन रही है। कोटा शहर में बुधवार को बारां रोड पर मानपुरा स्थित एचपीसी का पेट्रोल पम्प सप्लाई नहीं मिलने से बंद हो गया। बताया जा रहा है कि गुरुवार तक सप्लाई मिलने की उम्मीद है। कोटा शहर में अभी पेट्रोल डीजल की कमी नहीं है, लेकिन उपभोक्ता फ्यूल का भण्डारण कर रहे है। पम्प संचालकों का कहना है कि शहर में फ्यूल की कोई कमी नहीं है, फ्यूल का भण्डारण नहीं करें। आने वाले दो तीन दिन में सप्लाई पूरी तरह सुचारू हो जाएगी।
एक्ससाइज ड्यूटी को बताया कारण
ड्राईआउट की वजह से पेट्रोल की रूक-रूककर सप्लाई हो रही है। सप्लाई कम होने के कारणों में मुख्य कारण केन्द्र सरकार का पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटना भी है। तेल कम्पनियों ने एक्साइज ड्यूटी को लेकर सप्लाई कम कर दी। वहीं पेट्रोल पम्प बंद होने की खबरों से उपभोक्ताओं ने भण्डारण करना शुरू कर दिया, जिसके चलते ये हालात पैदा हुआ। पम्प मालिकों का कहना है कि आने वाले दो-तीन दिन में फ्यूल की आपूर्ति पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद जताई है।