इस मामले में धौलपुर राजघराने की बहू से आगे है कोटा राजघराने की बहू... जानकारी के अनुसार अजमेर रेजीडेंट के समर्थन में कोटा के रेजीडेंट डॉक्टर्स ने मंगलवार को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर दिया। इससे तीनों बड़े अस्पताल एमबीएस, जेके लोन व नए अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई। कोटा मेडिकल कॉलेज में करीब 400 रेजीडेंट डॉक्टर है, जो तीनों बड़े अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था में लगे है। पहले दिन सीनियर डॉक्टर्स ने ही ऑपरेशन किए, लेकिन अब उनकी ड्यूटी इमरजेंसी सेवाओं में लगा दी गई है। इससे आगामी दिनों में ऑपरेशन प्रभावित होंगे।
देरी से हुई जांचे
तीनों अस्पतालों में पर्ची काउंटर से लेकर जांच, ओपीडी व दवा काउंटर पर लम्बी कतार लगी रही। घंटों लाइन में लगने के बावजूद मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिला। भीड़ के चलते डॉक्टर्स भी कम पड़ गए। इससे जांच कार्य भी प्रभावित हुआ। मरीजों की देरी से जांचें मिली। तीमारदार भी परेशान हुए।
अस्पताल गेट पर रेजीडेंट का प्रदर्शन आरडीए से जुड़े रेजिडेंट डॉक्टर्स ने एमबीएस अस्पताल व नए अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन करते हुए पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इधर, रेजीडेन्ट डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंडोलिया ने बताया कि अजमेर में मेडिकल कॉलेज में लेबर रूम में एक प्रसूता ने रेजीडेंट के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है, वह झूठा है।
रेलवे फार्मासिस्ट को मिलेगी पदोन्नति की सौगात कोटा. रेलवे बोर्ड ने रेल फार्मासिस्ट और निजी सचिव-1 को नॉन फंशनल प्रमोशन देने की एनएफआईआर व डब्ल्यूसीआरएमएस की मांग को मान लिया है तथा इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं।
वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के प्रवक्ता विमल मित्तल ने बताया कि विगत दिनों रेलवे बोर्ड ने फार्मासिस्ट को ग्रेड पे 4200 और पीएस-1 को ग्रेड पे 5400 नॉन फंक्शनल आधार पर देने के आदेश जारी कर दिया। इससे अब उन्हें 4200 ग्रेड पे कार्यरत चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को पदोन्नति के साथ एक वेतन वृद्वि का लाभ दिनांक 1 जनवरी 2006 से मिलेगा। संघ के मण्डल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों के हित के लिए हमेशा संघर्ष करने वाले नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन व वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ का 12 साल से चल रहा संघर्ष रंग लाया है।