नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. जयश्री सिंह ने बताया कि अस्पताल के कमरा नम्बर 135 में यह सेंटर खोला गया है। इसमें नेत्रदान सलाकार भूपेन्द्र सिंह हाड़ा व नेत्रदान तकनीशियन हेमन्त यादव को लगाया गया है। इसके अलावा कम्प्यूटर ऑपरेक्टर भी लगाया है। टेक्नीशियन कहीं भी जाकर कॉर्निया कलेक्टर कर सकेगा। परिजनों की काउंसलिंग के लिए काउंसलर भी रहेगा।
अस्पताल में पहले से ही नेत्रदान प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में यह कारागर साबित होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज में यह सुविधा थी, लेकिन कोटा मेडिकल कॉलेज में नहीं थी। इस सेंटर का उद्घाटन दोपहर 1 बजे कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना करेंगे।
इन नम्बरों पर करवा सकेंगे नेत्रदान एक नेत्रदान से तीन जनों को रोशनी मिल सकती है। अब तक प्राइवेट सेक्टर में एनजीओ कॉर्निया कलेक्ट का काम किया जा रहा था। आमजन नेत्रदान के लिए तकनीशियन के मो. नम्बर 96497-34725 या नेत्रदान सलाहकार 99282-58991 नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं।
पत्रिका ने उठाया था मामला
राजस्थान पत्रिका ने 22 नवम्बर को ‘नेत्रदान में पिछड़ा, नौ साल में 381 नेत्रदानÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और उसने एमबीएस अस्पताल में कॉर्निया रि-ट्राइवल सेंटर खोलने की प्रक्रिया शुरू की। पत्रिका ने 3 दिसम्बर के अंक में ‘कॉर्निया रि-ट्राइवल सेंटर खुलने की जगी उम्मीदÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।