मौके पर कलक्टर ये बोले
कलक्टर ने कहा, यह परियोजना कोटा शहर के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें आ रही बाधाओं का शीघ्रता से निराकरण करें। जिनका अवार्ड जारी हो चुका है, उन्हें मुआवजा दें। उन्होंने नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी से आर्बिटे्रटर के निर्णय की पालना करते हुए संबंधित पक्षकारों की बैठक लेकर कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का निराकरण होगा। इस सड़क के बनने से कोटा के रिंग रोड का सपना साकार होगा। जिससे इस क्षेत्र में भी विकास को गति मिलने से रोजगार के अवसर बढेंग़े।
कलक्टर ने कहा, यह परियोजना कोटा शहर के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें आ रही बाधाओं का शीघ्रता से निराकरण करें। जिनका अवार्ड जारी हो चुका है, उन्हें मुआवजा दें। उन्होंने नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी से आर्बिटे्रटर के निर्णय की पालना करते हुए संबंधित पक्षकारों की बैठक लेकर कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का निराकरण होगा। इस सड़क के बनने से कोटा के रिंग रोड का सपना साकार होगा। जिससे इस क्षेत्र में भी विकास को गति मिलने से रोजगार के अवसर बढेंग़े।
किसानों से इस तरह हुआ संवाद
कलक्टर ने कहा कि किसान सड़क मार्ग के निर्माण में सहयोग कर कोटा के विकास में भागीदार बनेगें तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें भी लाभ मिलेगा। किसानों ने एलाइनमेंट के अनुसार कार्य करने, सड़क बनने के बाद बची भूमि की माप करके उसके बारे में शंकाओं का मौके पर समाधान करने की मांग करते हुए सहयोग करने की बात कही। जिस पर जिला कलक्टर ने भूमि की तरमीम के लिए टीम गठित करने के लिए आश्वस्त किया।
कलक्टर ने कहा कि किसान सड़क मार्ग के निर्माण में सहयोग कर कोटा के विकास में भागीदार बनेगें तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें भी लाभ मिलेगा। किसानों ने एलाइनमेंट के अनुसार कार्य करने, सड़क बनने के बाद बची भूमि की माप करके उसके बारे में शंकाओं का मौके पर समाधान करने की मांग करते हुए सहयोग करने की बात कही। जिस पर जिला कलक्टर ने भूमि की तरमीम के लिए टीम गठित करने के लिए आश्वस्त किया।
राशि आ गई, शीघ्र होगा वितरण
न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि रिंग रोड के लिहाज से बल्लोप से चित्तौड़ मार्ग तक का कार्य पूरा हो गया है। बारां रोड को जोडऩे वाले मार्ग का कार्य रुका हुआ है। सरकार से अवार्ड की राशि प्राप्त हो गई है। मुवावजा प्राप्त नहीं करने वाले किसानों के शीघ्र वितरण किया जाएगा।
न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि रिंग रोड के लिहाज से बल्लोप से चित्तौड़ मार्ग तक का कार्य पूरा हो गया है। बारां रोड को जोडऩे वाले मार्ग का कार्य रुका हुआ है। सरकार से अवार्ड की राशि प्राप्त हो गई है। मुवावजा प्राप्त नहीं करने वाले किसानों के शीघ्र वितरण किया जाएगा।
दूसरे चरण को भी स्वीकृति मिली
न्यास के अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने द्वितीय चरण के कार्य को भी स्वीकृति दे दी है। इसके पूरा होते ही कोटा का रिंग रोड का सपना साकार हो जाएगा।
न्यास के अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने द्वितीय चरण के कार्य को भी स्वीकृति दे दी है। इसके पूरा होते ही कोटा का रिंग रोड का सपना साकार हो जाएगा।
वाहनों का दबाव कम करने बनाई थी योजना
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से कोटा शहर में भारी वाहनों का दबाव कम करने के लिए नॉर्दन बाइपास की योजना बनाई थी। वर्ष 2013-14 में मंत्रालय ने इस कार्य की जिम्मेदारी नगर विकास न्यास कोटा को दी। न्यास ने इसका निर्माण प्रारंभ किया था। इसी बीच मुआवजे की राशि को लेकर विवाद हुआ। विरोध पर 2016 में बाइपास निर्माण कार्य बन्द कर दिया।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से कोटा शहर में भारी वाहनों का दबाव कम करने के लिए नॉर्दन बाइपास की योजना बनाई थी। वर्ष 2013-14 में मंत्रालय ने इस कार्य की जिम्मेदारी नगर विकास न्यास कोटा को दी। न्यास ने इसका निर्माण प्रारंभ किया था। इसी बीच मुआवजे की राशि को लेकर विवाद हुआ। विरोध पर 2016 में बाइपास निर्माण कार्य बन्द कर दिया।
अभी यह स्थिति
-बारां रोड बाइपास झालीपुरा से जयपुर रोड बाइपास बल्लोप तक 26 किलोमीटर तक सड़क बनेगी।
- न्यास की जिम्मेदारी में प्रथम चरण में 125 करोड़ की लागत से झालीपुरा से गामछ तक टू-लेन बनानी है। जिसकी लम्बाई 14 किलोमीटर है।
-न्यास की ओर से 85 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया। अब 15 प्रतिशत यानि 2.1 किलोमीटर सड़क बनना शेष है।
-बारां रोड बाइपास झालीपुरा से जयपुर रोड बाइपास बल्लोप तक 26 किलोमीटर तक सड़क बनेगी।
- न्यास की जिम्मेदारी में प्रथम चरण में 125 करोड़ की लागत से झालीपुरा से गामछ तक टू-लेन बनानी है। जिसकी लम्बाई 14 किलोमीटर है।
-न्यास की ओर से 85 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया। अब 15 प्रतिशत यानि 2.1 किलोमीटर सड़क बनना शेष है।
-द्वितीय चरण में गामछ से बल्लोप तक 12 किलोमीटर लम्बाई की टू-लेन बाइपास बनाना प्रस्तावित है। इसकी स्वीकृति मिल गई है। शहर की मांग
बाइपास का अधूरा कार्य जल्द पूरा हो और इसे टू लेन की लगह फोरलेन बनाया जाए, ताकि संपूर्ण रिंग रोड कोटा को मिले।
बाइपास का अधूरा कार्य जल्द पूरा हो और इसे टू लेन की लगह फोरलेन बनाया जाए, ताकि संपूर्ण रिंग रोड कोटा को मिले।