परिस्थतियां सामान्य होने पर ही इन छात्रों की पूर्व सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाएगी, लेकिन इनके समस्त कोर्सेज का आंतरिक मूल्यांकन ऑनलाइन मोड पर 30 जून तक करवाने का निर्णय लिया गया। आगामी सत्र से औद्योगिक क्षेत्र की मांग के अनुरूप, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के बीटेक प्रोग्राम में आर्टिफि शल इंटेलिजेंस, डाटा स्ट्रक्चर, आर्टिफि शल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, आईओटी की विशिष्ठ योग्यता वाले कोर्स प्रारम्भ करने की अनुमति प्रदान की गई। एमटेक एवं पीएचडी पाठ्यक्रमों में नामांकित रिसर्च स्कॉलर को सुविधा प्रदान करते हुए उनकी पीएचडी थिसिस सब्मिशन एवं वाय-वा को ऑनलाइन मोड में करवाने की अनुमति प्रदान की गई।
यह सुविधा एमटेक के डेसर्टेशन के लिए भी स्वीकृत की गई। इसके अतिरिक्त थिसिस सबमिट किए जाने की पूर्व निर्धारित अंतिम तिथियों में भी विशेष परिस्थितियों के चलते 6-9 माह की वृद्धि की गई। रिसर्च स्कॉलर ने सत्र 2019-20 के वार्षिक प्रगति रिपोर्ट जमन करने के प्रावधान में छूट प्रदान की गई। बीटेक प्रोग्राम में 2017-18 से प्रवेशित छात्रों के अंतिम वर्ष (सातवें एवं आठवें सेमेस्टर) का पाठ्यक्रम सीबीसीएस स्कीम के तहत अनुमोदित किया। यह बैच विवि का प्रथम बैच होगा जो एआईसीटीइ के मोडल पाठ्यक्रम के अनुरूप अध्यन सम्पादित कर क्रेडिट सिस्टम से डिग्री हासिल करेगा। इससे छात्रों को देश-विदेश में स्थित उच्च स्तरीय संस्थानों में प्रवेश लेने में सुविधा होगी।
अनुपात बढ़ाया बीटेक प्रोग्राम में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों में वृद्धि के संबंध मेंछात्रों के थ्योरी विषयों में आंतरिक मूल्यांकन व टर्म एंड परीक्षा के पूर्व निर्धारित अनुपात को 20:80 से बढ़ाकर 30-70 किया गया। ऐसा करने से छात्रों के सतत आंतरिक मूल्यांकन को अधिक प्रभावी किया जा सकेगा। वहीं छात्रों की कक्षाओं में उपस्थिति में भी इजाफ ा होगा। इसके अलावा आनंदम प्रोग्राम को यथोचित स्थान दिया गया।