मंदिर समिति के पदाधिकारी शिशु पंचौली ने बताया कि यात्रा गढ़ पैलेस स्थित साईं मंदिर से रवाना हुई और कैथूनीपोल, लाल बुर्ज, श्रीपुरा, सब्जीमंडी, मोहन टॉकिज रोड, गुजराती समाज रोड़, गुमानपुरा मल्टीपरपज रोड, शॉपिंग सेंटर, सिंधी कॉलोनी, रावतभाटा रोड, सूरजपोल दरवाजा, भीमराजपूत छात्रावास, कैथूनीपोल चौराहा होते हुए देर रात वापस मंदिर पहुंची। यात्रा मार्ग में आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ केसरिया ध्वज लगाए गए थे। पूरे मार्ग में साउंड सिस्टम लगाए गए। 200 से ज्यादा कार्यकर्ता एक सरीखी वेशभूषा में थे। पालकी के आगे-आगे महिला एवं पुरुष व बच्चे गरबा नृत्य करते चल रहे थे। देशी घी से निर्मित 251 किलो चावल की खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। मनमोहक झांकियां साईं बाबा का संदेश देते चल रही थी। मार्ग में विभिन्न संगठनों ने स्वागत द्वार लगाए। जगह-जगह शीतल पेय व फलों का वितरण हुआ।
आठ फीट की थी पालकी
यात्रा का मुख्य आकर्षक बाबा की चांदी की आठ फ ीट की पालकी रही। जिसमें बाबा की दो फीट की प्रतिमा विराजमान थी। रात को महाआरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। मंदिर के चंद्रप्रकाश जेठी ने बताया कि गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में निकली इस यात्रा से पहले सुबह मंदिर में विराजमान साईं बाबा का पंचामृत महाभिषेक तथा दोपहर को महाआरती हुई।