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नाव डूबने के बाद गायब दो जनों की शुरू हुई तलाश, 11 शव पहले निकल चुके

locationकोटाPublished: Sep 17, 2020 12:08:28 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

बूंदी जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कमलेश्वर महादेव के दर्शन के लिए चौदस व अमावस्या को बड़ी संख्या में लोग जाते हैं। बुधवार को चौदस होने के कारण नाव में 50 से अधिक लोग सवार थे।

Search started for two missing people after sinking boat

कोटा. गोठड़ा गांव में गुरुवार जल्द सुबह लापता दो जनों की तलाश में रेस्क्यू टीम जुट गई।

कोटा. जिले की सीमा के अंतिम छोर स्थित खातौली क्षेत्र के गोठड़ा गांव में गुरुवार जल्द सुबह लापता दो जनों की तलाश में रेस्क्यू टीम जुट गई। बरनाहाली निवासी ज्योति पुत्री ओमप्रकाश गुर्जर और इंदरगढ़ के पापड़ा निवासी गोलमा उर्फ अलका पुत्री सत्यनारायण की तलाश की जा रही है। यहां एक दिन पहले बुधवार सुबह करीब 7.30 बजे यात्रियों से भरी नाव चम्बल नदी में डूब गई। इस हृदय विदारक हादसे में अभी तक 11 जनों की मौत हो चुकी है। इनके शव नदी से रेस्क्यू दल ने निकाल लिए हैं, वहीं दो जने अभी भी लापता हैं। आज सुबह से ही रेस्क्यू टीम उनकी तलाश कर रही है। जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ ने नाव में सवार लोगों की संख्या करीब 35 बताई है, वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने यह संख्या करीब 50 बताई है। हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर बूंदी व कोटा जिले के प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू कराया। नदी से जैसे ही रेस्क्यू टीम शव लेकर बाहर आती तो परिजन अपनों की शिनाख्त करने के लिए दौड़ पड़ते। संभागीय आयुक्त के.सी. मीना, जिला कलक्टर उज्जल राठौड़, ग्रामीण एसपी शरद चौधरी भी मौके पर डटे रहे।
जानकारी के अनुसार बूंदी जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कमलेश्वर महादेव के दर्शन के लिए चौदस व अमावस्या को बड़ी संख्या में लोग जाते हैं। बुधवार को चौदस होने के कारण नाव में 50 से अधिक लोग सवार थे। साथ ही, ग्रामीणों की मोटरसाइकिलें भी नाव में रखी हुई थी। चम्बल किनारे से चलते ही नदी में कुछ दूर जाकर ही अचानक नाव असंतुलित हो गई और उसमें पानी भरने लग गया। नाव को डूबता देखकर इसमें सवार लोग नदी में कूद गए, इसके बाद नाव भी पानी में डूब गई। जो लोग तैरना जानते थे, वह तैरकर नदी से बाहर आ गए। इस दौरान चीख-पुकार मच गई। देखते ही देखते नाव पानी में समा गई। जो लोग तैरना नहीं जानते थे, वो पानी में जिंदगी बचाने के लिए जद्दोजहद करने लगे। किनारे खड़े लोग भी मदद के लिए आस-पास के लोगों को पुकारने लगे। ऐसे में ग्रामीण दो नावें लेकर नदी में उतरे, तब तक कई लोग पानी में समा गए। हालांकि समय रहते ग्रामीणों ने कई लोगों की जान बचा ली। इस हादसे में शाम 5 बजे तक 11 शव निकाले जा चुके थे, दो जनों की तलाश की जा रही है। ग्रामीणों व नाव में सवार युवाओं ने हिम्मत दिखाकर 20 से 25 जिंदगियां बचा ली।
ये बने काल का ग्रास

चम्बल नाव दुखान्तिका में 11 मृतकों की सूची जिला प्रशासन ने जारी की है।
– हेमराज (55) पुत्र कृष्णमुरारी कुशवाह निवासी बरनाहाली।

– सियाराम (50) पुत्र नारायण गुर्जर निवासी गोठड़ा कलां की टापरियां।
– प्रेमबाई (55) पत्नी रामरतन गुर्जर निवासी बरनाहाली।
– मधुसूदन (22) पुत्र बद्रीलाल निवासी तलाव।
– लोटंती (25) पत्नी राधेश्याम मीणा निवासी छत्रपुरा।

– दिनेश (35) पुत्र शिवशंकर राठौड़ निवासी तलाव।
– राधिका (10) पुत्री दिनेश राठौड़ निवासी तलाव

– उमाबाई (30) पत्नी मनसाराम कुशवाह निवासी बरनाहाली।
– उर्मिलाबाई (40) पत्नी कैलाश कुशवाह निवासी बरनाहाली।
– मंसाराम (35) पुत्र राधेश्याम निवासी बरनाहाली।
– कैलाश चंद (42) पुत्र रघुनाथ निवासी बरनाहाली।

ये लापता हैं
– अल्का उर्फ गोलमा (15) पुत्री सत्यनारायण निवासी पापड़ा।

– ज्योति (13) पुत्री ओमप्रकाश गुर्जर बरनाहाली, इनकी तलाश जारी है।
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अवैध नाव संचालन पर होगी कार्रवाई
नाव में करीब 35 लोगों के सवार होने की जानकारी है। शाम तक 11 शव निकाले जा चुके हैं, 2 लापता की तलाश जारी है। बचाव राहत कार्य लगातार जारी है। पूरी टीम लगी हुई है। मैंने हादसे के बारे में अधिकारियों व सरपंच से जानकारी ली है। चौदस पर नाव चलाने की जानकारी मिली है। अवैध नाव संचालन के खिलाफ कार्रवाई होगी।
– उज्जल राठौड़, जिला कलक्टर, कोटा


बचाव और राहत कार्य पर पूरा फोकस किया जा रहा है। जो लापता हंै, उनकी तलाश की जा रही है। अवैध नाव संचालन करने पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
– शरद चौधरी, एसपी, कोटा ग्रामीण
……………
एक नजर में हादसा

– 7.30 बजे बुधवार को सुबह हुआ था हादसा
– 35 सवार थे नाव में : प्रशासन

– 50 के करीब थे सवार : प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार
– 18 मोटरसाइकिलें भी थी नाव में
– 20-25 लोगों को ग्रामीणों ने बचाया
– 12 बजे दोपहर में एनडीआरएफ ने शुरू किया रेस्क्यू

– 11 शवों को निकाला जा चुका है
– 02 जने हैं लापता

– 6 बजे शाम तक जारी था रेस्क्यू
– 10 गोताखोर निगम के तलाश में जुटे
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