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हावी नहीं होने दिया तो बनी रही सेहत
सूत्रों का कहना है कि इस वर्ष गत वर्षो के मुकाबले बारिश कम होने से लम्बे समय तक पानी भी जमा नहीं रहा। इससे भी मलेरिया में कमी आने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में जागरूकता व एहतियात बरतने, बार-बार हाथ धोने, साफ-सफाई रखने तथा इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए लोगों ने खानपान पर भी पहले की अपेक्षा अधिक ध्यान दिया है। इससे भी मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारी हावी नहीं हो सकी। लोगों ने जरा सा शरीर तपने व खांसी, जुकाम होते ही का पता लगते ही इलाज लेना शुरू कर दिया। अस्पताल भी जाने से लोग कतराते रहे, लेकिन उन्होंने आयुर्वेदिक काढ़ा व अन्य घरेलू उपचार लिए हैं।
हावी नहीं होने दिया तो बनी रही सेहत
सूत्रों का कहना है कि इस वर्ष गत वर्षो के मुकाबले बारिश कम होने से लम्बे समय तक पानी भी जमा नहीं रहा। इससे भी मलेरिया में कमी आने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में जागरूकता व एहतियात बरतने, बार-बार हाथ धोने, साफ-सफाई रखने तथा इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए लोगों ने खानपान पर भी पहले की अपेक्षा अधिक ध्यान दिया है। इससे भी मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारी हावी नहीं हो सकी। लोगों ने जरा सा शरीर तपने व खांसी, जुकाम होते ही का पता लगते ही इलाज लेना शुरू कर दिया। अस्पताल भी जाने से लोग कतराते रहे, लेकिन उन्होंने आयुर्वेदिक काढ़ा व अन्य घरेलू उपचार लिए हैं।
read also : पत्रिका की पहल… रेकॉर्ड 104 यूनिट हुआ रक्तदान मलेरिया, डेंगू व स्क्रबटायफस में गत वर्ष की अपेक्षा कई गुना कमी आई है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने, संक्रमण को लेकर गाइड लाइन का पालन करने तथा आयुर्वेदिक काढ़ा व अच्छा खानपान लेकर इम्यूनिटी बनाए रखने से भी लोग सेहतमंद रहे। इसके अलावा शादी समारोह नहीं होने, गमी में लॉकउाउन के कारण लोग घरों पर रहे, आदि कारण से लोग कम बीमार हुए है।
डॉ. राजेन्द्र कुमार मीणा, डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य)
डॉ. राजेन्द्र कुमार मीणा, डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य)