जेके लोन अस्पताल में शिशु रोग विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. बैरवा एपीओ
कोटा. जेके लोन अस्पताल में 8 घंटे में 9 बच्चों की मौत के बाद अस्पताल में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। राज्य सरकार ने बुधवार को आदेश जारी कर शिशु रोग विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. अमृत लाल बैरवा को एपीओ कर दिया है। डॉ. बैरवा का मुख्यालय निदेशालय चिकित्सा शिक्षा जयपुर में रहेगा। जबकि पोस्टनेटल वार्ड में कार्यरत तीन नर्सिंग स्टाफ पर भी गाज गिरी है। तीनों को सस्पेंड कर दिया है।

कोटा. जेके लोन अस्पताल में 8 घंटे में 9 बच्चों की मौत के बाद अस्पताल में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। राज्य सरकार ने बुधवार को आदेश जारी कर शिशु रोग विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. अमृत लाल बैरवा को एपीओ कर दिया है। डॉ. बैरवा का मुख्यालय निदेशालय चिकित्सा शिक्षा जयपुर में रहेगा। जबकि पोस्टनेटल वार्ड में कार्यरत तीन नर्सिंग स्टाफ पर भी गाज गिरी है। तीनों को सस्पेंड कर दिया है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि डॉ. बैरवा को एपीओ कर दिया है। चिकित्सा शिक्षा ग्रुप-1 विभाग के संयुक्त शासन सचिव सुनील शर्मा ने यह आदेश जारी किए हैं। वहीं, पोस्ट नेटल वार्ड में कार्यरत एएनएम सावित्री राठौर, पुष्पलता सक्सेना व नर्सिंग ग्रेड द्वितीय रोजी शर्मा को सस्पेंड कर दिया है।
एक के बाद एक पर गिर रही गाज
जेके लोन अस्पताल में पिछले दो साल से बच्चों की मौत का मामला पूरे देश में सुर्खियों में रहा। पिछले साल 2019 में दिसम्बर में ही 48 घंटे में 10 बच्चों की मौत पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा पर ही कार्रवाई हुई थी। उनकी जगह पर डॉ. एससी दुलारा को लगाया था, लेकिन 10 दिसम्बर 2020 को 8 घंटे में 9 बच्चों की मौत हो गई थी। बच्चों की मौत का मामला फिर सुर्खियों में आने के बाद राज्य सरकार इस बार पूरी तरह से कार्रवाई के एक्शन मोड पर है।
राज्य सरकार ने टीम भिजवाकर मामले की जांच करवाई थी। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पांच दिन बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा को पद से हटाया था। उनकी जगह फ ोरेंसिंक मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. अशोक मूंदड़ा को नया अधीक्षक बनाया था। उसी दिन पीडियाट्रिक एचओडी डॉ. बैरवा को पद से हटाकर उनकी जगह डॉ. अमृता मयंगर को पीडियाट्रिक्स का एचओडी बनाया था। अगले दिन नर्सिंग अधीक्षक रामरतन मीणा को पद से हटाया।
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