मशीनों से आसानी से मिलता है टिकट
साधारण टिकट बुकिंग विंडो पर कतार से मुक्ति के लिए रेलवे ने कोटा में फरवरी 2018 में स्वचलित मशीनें लगाना शुरू किया। मशीनों से यात्री स्मार्ट कार्ड के जरिए खुद ही टिकट ले सकते हैं। जिनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं हैं, वे वहां तैनात रेल सेवक की सहायता से साधारण श्रेणी का टिकट ले सकते हैं। रेलवे ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को इन मशीनों पर तैनात किया था। कोटा जंक्शन पर 6 स्वचलित मशीनें लगाई हुई है, लेकिन अभी केवल एक ही मशीन चालू है और पांच बंद हैं। कोटा के बाद मंडल के डकनिया, सवाईमाधोपुर, गंगापुर सिटी, हिण्डौन सिटी, बयाना और भरतपुर स्टेशनों पर भी इस तरह की मशीनें लगाई गई। कोटा मंडल में विभिन्न स्टेशनों पर 45 मशीनें लगाई गई, लेकिन इनका संचालन नहीं हो रहा है। कोटा मंडल के विभिन्न स्टेशनों से करीब 1 लाख यात्री हर रोज ट्रेनों में सफर करते हैं।
साधारण टिकट बुकिंग विंडो पर कतार से मुक्ति के लिए रेलवे ने कोटा में फरवरी 2018 में स्वचलित मशीनें लगाना शुरू किया। मशीनों से यात्री स्मार्ट कार्ड के जरिए खुद ही टिकट ले सकते हैं। जिनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं हैं, वे वहां तैनात रेल सेवक की सहायता से साधारण श्रेणी का टिकट ले सकते हैं। रेलवे ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को इन मशीनों पर तैनात किया था। कोटा जंक्शन पर 6 स्वचलित मशीनें लगाई हुई है, लेकिन अभी केवल एक ही मशीन चालू है और पांच बंद हैं। कोटा के बाद मंडल के डकनिया, सवाईमाधोपुर, गंगापुर सिटी, हिण्डौन सिटी, बयाना और भरतपुर स्टेशनों पर भी इस तरह की मशीनें लगाई गई। कोटा मंडल में विभिन्न स्टेशनों पर 45 मशीनें लगाई गई, लेकिन इनका संचालन नहीं हो रहा है। कोटा मंडल के विभिन्न स्टेशनों से करीब 1 लाख यात्री हर रोज ट्रेनों में सफर करते हैं।