शिक्षा निदेशालय बीकानेर की ओर से जून माह में ही शिविरा पंचांग जारी कर दिया जाता है। वार्षिक शिविरा पत्रिका में भी इसका प्रकाशन किया जाता है, लेकिन इस बार निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही जून माह में शिविरा पंचांग प्रशासनिक स्वीकृति के लिए सरकार को भेज दिया। अनुमति अटक जाने से शिविरा पंचांग जारी नहीं किया गया। शिक्षा निदेशालय हर माह आदेश निकालकर गतिविधियां चला रहा है।
जून से खुले हैं स्कूल सरकार ने 7 जून से स्कूल खोल दिए थे। जून से अगस्त तक सभी स्कूल बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे थे। इसके बाद सरकार ने गाइड लाइन के साथ सितम्बर माह में बच्चों को स्कूल बुलाने की अनुमति दे दी थी।
चुनाव हो रहे तो खेल क्यों नहीं
राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हापूराम चौधरी का कहना है कि कोरोना के बाद प्रदेश में सबकुछ खुल गया। चुनाव करवाए जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के खेल, शिक्षक अधिवेशन आदि बाधित कर रखे हैं। सरकार को शिविरा पंचांग जल्द जारी करना चाहिए, ताकि नए शैक्षणिक सत्र की शिक्षण व खेलकूद गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित हो सकें।
शिविरा पंचाग में क्या होता है- शिविरा पंचांग में शिक्षण कार्य दिवस, छात्रवृत्ति आवेदन तिथि, खण्ड-जिला-राज्य स्तरीय खेल आयोजन की तिथियां, सांस्कृतिक, उत्सव व जयंती कार्यक्रम, राजकीय अवकाश, त्रैमासिक-अद्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा की तिथियां, अभिभावक-शिक्षक बैठक(पीटीएम), शिक्षक अधिवेशन आदि पूर्व निर्धारित होते हैं। सभी स्कूल पूर्व निर्धारित कलैण्डर से ही कार्य सम्पादित करते हैं।
इनका कहना है-
नए शैक्षणिक सत्र का शिविरा पंचांग अभी तक जारी नहीं हुआ है। सरकार के स्तर पर अनुमोदन होने के बाद ही जारी हो सकेगा। पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल खुले नहीं थे। इस कारण शिविरा पंचांग जारी नहीं हो सका था।
– सुरेन्द्र गौड़, संयुक्त निदेशक, स्कूली शिक्षा, कोटा
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