नए बस अड्डे का ऐसा हो स्वरूप-
-एयरपोर्ट की तर्ज पर बस अड्डे पर यात्रियों के लगेज इत्यादि के परिवहन के लिए ट्र्राॅली की व्यवस्था हो।
-एयरपोर्ट व रेलवे के प्रथम श्रेणी व द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय की बस अड्डों पर वातानुकुलित प्रतीक्षालय की सुविधा हो।
-ऑनलाइन व ऑन स्पॉट टिकिट बुुकिंग काउंटर की सुव्यवस्था हो। ताकि किसी भी यात्री को कतार में नहीं लगना पड़े।
-अन्तराज्जीय व राज्य स्तरीय शहरों के बीच लग्जरी व वातानुकुलित स्लीपर कोच की स्मार्ट बसों का संचालन कर यात्रियों को बेहतर सेवाएं दी सकती है।
-प्रमुख शहरों के रूट के अनुसार टर्मिनल बनाए जाएं, जिससे यात्रियों को संंबंधित मार्ग की बसें आसानी से मिल सके।
-रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट की तर्ज पर रूट के अनुसार बसों के आगमन व प्रस्थान की सूचना डिजीटल डिस्पले पर आती रहनी चाहिए।
-बस अड्डे पर कौनसी सुविधा कहां पर प्रवेश द्वार एवं निकास द्वार के पास होनी चाहिए। साथ ही स्वचालित उद्घोषणा में भी इसकी सूचना दी जाती रहे।
-पार्किंग एवं ऑटो-टैक्सी इत्यादि की अच्छी व्यवस्था हो।
-जनसुविधाएं बॉयो पद्धति की हो, जहां स्वच्छता एक मिसाल हो।
-बस अड्डे से ही रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पहुंचने के लिए सीधे सिटी परिवहन की व्यवस्था हो।
-पुलिस-सुरक्षा, मेडिकल व इमरजेंसी सेवा की व्यवस्था हो।
-फूड प्लाजा, कॉपी शॉप, केफेटेरिया, गेमजोन, हस्तशिल्प उत्पाद बिक्री, डेयरी प्रॉडक्ट स्टोर आदि डिपॉर्टमेंटल स्टोर की सुविधा भी विकसित की जा सकती है।