ऐसे मिलेगा प्रशिक्षण नोडल ऑफिसर डॉ. संजय कालानी ने बताया कि केन्द्र के खुलने पर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा। शहर व आसपास इलाकों में घटना या बड़ी दुर्घटना होने पर प्राथमिक तौर पर मरीज की जान कैसे बचाई जा सके। उसकी किस तरह से मदद की जा सके, ताकि मरीज की समय पर
अस्पताल पहुंचने से पहले या अस्पताल में मरीज की जान बचाई जा सके। इसके लिए सभी डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ को डमी बॉडी पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। डमी व अन्य उपकरण पर यह भी बताया जाएगा कि मरीज की सांस रुकने पर कैसे सीपीआर देने, आंख चोटिल होने पर कैसे ठीक करने, पैर फैक्चर होने पर तुरंत सही कर उसे जल्द अस्पताल में शिफ्ट करने जैसे अन्य प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
जमीन का चयन केन्द्र के लिए नए अस्पताल में ट्रोमा सेंटर के ऊपर जमीन का चयन किया है। यहां 50 बाई 90 की जगह पर यह सेंटर बनेगा। इसका काम जल्द शुरू हो जाएगा।
इनका यह कहना नए अस्पताल में स्कील डवलपमेंट सेंटर खुलेगा। केन्द्र सरकार ने भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ 40 लाख की राशि जारी की है। उपकरण के द्वितीय फेज में भी दो करोड़ की राशि जारी होगी। आज पीडब्ल्यूडी अधिकारियों व नोडल ऑफिसर के साथ बैठक ली और पूरे प्लान पर चर्चा की। जल्द टेंडर लगाकर भवन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
– डॉ. विजय सरदाना, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज