कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, सुपरवाइजर की मीटिंग में बताया गया कि सभी लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र से पहचान पत्र वितरित किए जाएंगे उसके उपरांत बसों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा और प्रत्येक लाभार्थी के साथ एक और घर की महिला का लाना आवश्यक किया गया है क्यों कि ज्यादातर लाभार्थी गर्भधारण की अवस्था एवं कुपोषण के कारण कमजोर हैं उन्हें 14-15 किलो का किट उठाने में असुविधा रहेगी।
कार्यक्रम स्थल भामाशाह मंडी प्रांगण में रहेगा जहां लगभग 5000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है जिसमें लाभार्थी,साथ की परिचित महिलाओं, सभी समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े लोगो, विभिन्न चिकित्सक संगठनों, नर्सिंग कर्मियों, गणमान्य लोगों, लेबो एवं फार्मेसिस्ट से जुड़े लोगों को बुलाया जाएगा ताकि जन सहभागिता से इस कार्यक्रम को चलाया जाए और कोटा कुपोषण मुक्त बने।
जननी सोशल वर्क एंड हेल्थ संस्था द्वारा प्रतिमाह कुपोषण से ग्रस्त महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा ताकि उनके स्वास्थ्य में होने वाले सुधार के बारे में जानकारी मिल सके। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बताया की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई समाजसेवी संगठनों ने इस मुहिम से जुड़ना चाहते हैं और समय-समय पर उनका भी सहयोग कोटा में कुपोषण दूर करने के लिए लिया जाएगा।