ढोल की थाप पर महिलाओं ने किया घूमर… देखिए तस्वीरें रेलवे सूत्रों ने बताया कि रेल मंत्रालय ने अगले दशक में रेलवे की ऊर्जा लागत में 41,000 करोड़ रुपए की बचत करने के लिए मिशन ’41के’ तैयार किया है। रेलवे ने वर्ष 2021-22 तक 500 मेगावाट के रूफटॉप सौर संयंत्र मुहैया कराने की योजना बनाई है। इसमें अधिकांश कार्य पीपीपी मोड पर होगा, रेलवे पंूजी नहीं लगाएगा।
फैक्ट 15910 वर्गफीट क्षेत्र में लगाई सोलर प्लेट 24 इनवर्टर लगाए 10 भवनों की छतों को योजना में शामिल किया 15, 24, 610 हर साल केडब्ल्यूएच उत्पादन होगा किस भवन पर कितनी ऊर्जा उत्पादित होगी
रेलवे चिकित्सालय 240 किलोवाट डीआरएम कार्यालय 180 किलोवाट कोटा जंक्शन भाग प्रथम 145 किलोवाट कोटा जंक्शन भाग द्वितीय 205 किलोवाट पार्सल कार्यालय 50 किलोवाट आरपीएफ ट्रेनिंग स्कूल 50 किलोवाट
एईएन ऑफिस डीआरएम कार्यालय 35 किलोवाट कोटा जंक्शन प्लेटफार्म-2 पर 30 किलोवाट निर्माण कार्यालय 25 किलोवाट कुल 1000 किलोवाट रेलवे ने सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न मंडलों में सोलर प्लांट लगवाए हैं, कोटा मंडल में यह कार्य पूरा कर लिया गया है। कोटा जंक्शन को सौर ऊर्जा मिलने लगी है। डीआरएम कार्यालय में भी इसका उपयोग हो सकेगा।
विजय प्रकाश, प्रवक्ता, कोटा रेल मंडल