जवाब : कोटा में नया हवाई अड्डा बनाने के लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। राज्य सरकार जमीन दे सकती है और सहयोग कर सकती है। हवाई अड्डे का निर्माण करना केन्द्र का विषय है। राज्य जितनी जरूरत होगी, उतनी जमीन देगा।
जवाब : ट्रिपल आईटी की स्थापना के समय ही नगर विकास न्यास ने जमीन दे दी थी और दीवार भी करवा दी। आईटी विभाग के मंत्री यह काम देख रहे हैं। उनसे बात करेंगे। प्रयास रहेगा कि भवन का निर्माण जल्द हो।
जवाब : मवेशियों की समस्या का निस्तारण करने के लिए देवनारायण एकीकृत पशुपालक योजना विकसित की जा रही है। सवाल: कोटा में विकास प्राधिकरण बनाने की पहल कब होगी?
जवाब : कोटा में विकास प्राधिकरण बनाए जाने की जरूरत महसूस नहीं हुई, इसलिए अभी तक कोई योजना नहीं बन पाई।
जवाब : कोटा में पर्यटक आएं और यहां रोजगार के अवसर बढ़ें, इसे ध्यान में रखकर चम्बल रिवरफ्रंट बनाया जा रहा है। पिछले कार्यकाल में कोटा में सेवन वंडर का निर्माण कराया। जिसे देखने देश-विदेश के पर्यटक आते हैं। यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई। जब रिवरफ्रंट, ऑक्सीजोन और अन्य कार्य हो जाएंगे, तब कोटा में पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे।
जवाब : दो साल बाद कोटा में स्टेशन से अनंतपुरा तक जाने के लिए किसी चौराहे पर रुकना नहीं पड़ेगा। अंडरपास और फ्लाईओवर के निर्माण से यातायात सुगम होगा। जेकेलोन और एमबीएस अस्पताल की क्षमता बढ़ाने के लिए भी कार्य चल रहा है। एमबीएस में नया ओपीडी ब्लॉक बन रहा है। जेकेलोन में नए ओपीडी ब्लॉक के साथ 156 बेड का अस्पताल भी बन रहा है।
जवाब : कोविड जैसे विपरीत हालातों में भी विकास का पहिया लगातार चल रहा है। कोटा में स्मार्ट सिटी और नगर विकास न्यास की ओर से करोड़ों रुपए के कार्य चल रहे हैं। नए साल में हर वार्ड में 3 से 10 करोड़ के कार्य बिना भेदभाव के कराए जाएंगे। कोटा को स्वच्छ बनाने के लिए वार्डों में सफाई के प्रति स्पद्र्धा का माहौल बनाया जा रहा है। जिन वार्डों में अच्छी सफाई होगी, वहां विकास कार्य भी ज्यादा कराएंगे।