बड़ा खुलासा: कोटा यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव लडऩे के लिए अध्यक्ष प्रत्याशी ने जारी की एक ही यूनिवर्सिटी की 2-2 फर्जी मार्कशीट
कोटा विश्वविद्यालय ( Kota university ) के एमए लोक प्रशासन विभाग ( MA Public Administration ) में जीवाजी यूनिवर्सिटी की फर्जी अंकतालिकाओं से छात्रसंघ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विक्रम नागर को दाखिला दिए जाने की राजस्थान पत्रिका की खबर पर मोहर लग गई। राजस्थान पत्रिका ने ‘फर्जी दाखिले के खुलासे के बाद छात्रसंघ चुनाव स्थगित खबर प्रकाशित कर पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इसके बाद विवि प्रशासन ने नागर की अंकतालिकाओं का भौतिक सत्यापन करने के लिए परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रवीण भार्गव और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. भवानीसिंह को ग्वालियर भेजा था।
बड़ा खुलासा: कोटा यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव लडऩे के लिए अध्यक्ष प्रत्याशी ने जारी की एक ही यूनिवर्सिटी की 2-2 फर्जी मार्कशीट
दो सदस्यीय टीम बुधवार दोपहर जीवाजी विवि पहुंची, जहां कुलसचिव डॉ. आईके मंसूरी ने उन्हें विक्रम नागर की अंकतालिकाएं फर्जी होने की जानकारी दी। कुलसचिव डॉ. मंसूरी ने टीम को बताया कि कोटा विवि से मिली अंकतालिकाओं का सत्यापन करा लिया गया है। परीक्षा विभाग में विक्रम नागर पुत्र हेमराज नागर नाम से किसी छात्र का रिकॉर्ड मिलना तो दूर बीए की अंकतालिकाओं पर दर्ज अनुक्रमांक तक विवि के रिकॉर्ड में नहीं मिल रहे। यह अंकतालिकाएं पूरी तरह से फर्जी हैं।
कोटा यूनिवर्सिटी में फर्जी एडमिशन से लेकर छात्रसंघ चुनाव लडऩे तक का ग्वालियर से हैं खास कनेक्शन
चूक गए चौहान
जीवाजी विवि के असिस्टेंट रजिस्ट्रार अभयकांत मिश्रा ने बताया कि कोटा विवि ने विक्रम नागर नाम के छात्र की दो अंकतालिकाएं दी हैं। इनमें उसे दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017 में बीए उत्तीर्ण दिखाया गया है। एक अंकतालिका पर अनुक्रमांक संख्या 124482 और दूसरी पर 154482 दर्ज थी। दोनों मार्कशीट फर्जी हैं, क्योंकि जीवाजी विवि से डिस्टेंस मोड में पढ़ाई करने वाले छात्रों के अनुक्रमांक शुरू होने से पहले उनके आगे ‘डीÓ लगाया जाता है, जबकि उसकी मार्कशीटों में रोल नम्बर के आगे डी नहीं लगा था।
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विक्रम बना बेताल
असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने बताया कि जीवाजी यूनिवर्सिटी की फर्जी अंकतालिकाएं ऐसे शख्स ने तैयार की हैं, जिसे विवि में फिलहाल चल रही व्यवस्थाओं की आधारभूत जानकारी तक नहीं है। कोटा विवि में फर्जी दस्तावेज से दाखिला लेने के लिए विक्रम ने जो अंकतालिकाएं लगाई हैं, उन पर सोशोलॉजिकल थॉट्स, सोशल रिसर्च मैथड्स, सोशियोलॉजिकल प्रॉस्पेक्ट्स और सोशल साइकोलॉजी जैसे विषय दर्ज हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जीवाजी विवि के डिस्टेंस मोड में वह विषय संचालित ही नहीं होते।
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जिन विषयों की पढ़ाई विवि करा ही नहीं रहा, उनकी अंकतालिकाएं कैसे जारी कर सकता है। हमने कोटा विवि को पहले भी लिखित में रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन इसके बाद भी बुधवार को कोटा से दो सदस्यीय टीम भौतिक जांच के लिए विवि परसिर में आई है। उन्हें दस्तावेज दिखाने के बाद गुरुवार को फिर से भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।