कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जोसा काउंसलिंग के दूसरे एवं तीसरे राउण्ड के सीट आवंटन का विश्लेषण करने पर सामने आया कि दोनों राउण्ड की काउंसलिंग में आईआईटी की ओपन से जेंडर न्यूट्रलपूल कोटे से क्लोजिंग रैंक में मात्र 2 एआईआर का अंतर आया है।
द्वितीय राउण्ड में आईआईटी की क्लोजिंग रैंक 12343 एआईआर थी। जबकि तृतीय राउण्ड में 12345 पर आईआईटी की अंतिम सीट का आवंटन हुआ। जबकि ओपन में फीमेल पूल कोटे से आईआईटी की क्लोजिंग रैंक में कोई अंतर नहीं आया। इस कोटे से 20092 एआईआर पर छात्रा को आईआईटी की अंतिम सीट का आवंटन तीसरे राउण्ड में भी हुआ।
ईडब्ल्यूएस में जेंडर न्यूट्रल पूल कोटे में मात्र 4 कैटेगिरी रैंक का, ओबीसी में 29 कैटेगिरी रैंक, एससी में 8 कैटेगिरी रैंक का अंतर आया। जबकि फीमेल पूल कोटे से केवल ओबीसी कैटेगिरी में ही 51 कैटेगिरी रैंक का अंतर आया है। फीमेल पूल से ईडब्ल्यूएस, एससी, एसटी तथा जेंडर न्यूट्रलपूल कोटे से एसटी कैटेगिरी की तीसरे राउण्ड में क्लोजिंग रैंक में कोई अंतर नहीं आया है।
इसलिए पसन्द कर रहे आईआईटी काउंसलिंग में आईआईटी की हर ब्रांच को प्राथमिकता देने का कारण आईआईटी के बेहतर एक्सपोजर, वातावरण, सुविधाएं, प्लेसमेंट माना जा सकता है। आईआईटी में स्टूडेंट्स अपनी ब्रांच के विषयों के साथ-साथ माइनर विषय के रूप में दूसरे ब्रांचों के विषय को भी पढ़ता है। प्लेसमेंट के दौरान बहुत सी बड़ी कंपनियां सभी विद्यार्थियों को अपनी योग्यता के अनुरूप जॉब ऑफ र करती हैं। जिससे अपनी ब्रांच के अलावा भी विद्यार्थी बड़ी कंपनियों में कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग सीखकर प्लेस हो जाते हैं। आईआईटी में प्लेसमेंट के लिए एनआईटी की तुलना में ज्यादा कंपनियां आती हैं। जिससे विद्यार्थियों के पास प्लेसमेंट के अवसर अधिक होते हैं।
चौथे राउण्ड का आवंटन कल जोसा काउंसलिंग में तीसरे राउण्ड के आवंटन में आई क्वेरी का रेस्पोंस एवं सीट छोडऩे के लिए विद्यार्थी आवेदन 29 अक्टूबर शाम 5 बजे तक कर सकते हैं। चौथे राउण्ड का सीट आवंटन 30 अक्टूबर शाम 5 बजे किया जाएगा।