scriptकोटा की बेटी सुमन कर रही है नाम रोशन | Suman has played handball more than 45 states and national level | Patrika News

कोटा की बेटी सुमन कर रही है नाम रोशन

locationकोटाPublished: May 28, 2018 02:10:30 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

कोटा में हैण्डबॉल को प्रोत्साहन मिलता तो मैं यहीं से खेल रही होती।

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कोटा की बेटी सुमन कर रही है नाम रोशन

कोटा . मैदान में होते हैं तो सिर्फ जीत पर नजर होती है, लेकिन प्रतिद्वंद्वी भी अपने हों तो जीत के बाद भी मन थोड़ा सा उदास होता है। कोटा में हैण्डबॉल को प्रोत्साहन मिलता तो मैं यहीं से खेल रही होती। लेकिन, यहां हैण्डबॉल को निखारने का अवसर ही नहीं है।अच्छे कोच व सुविधाओं की कमी खलती है। यह कहना है स्टेट और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीतने वाली हैण्डबॉल खिलाड़ी सुमन प्रीत का।
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कोटा की बेटी प्रेमपुरा सीमलिया निवासी सुमन 12 वीं की परीक्षा देने के बाद गर्मी की छुट्टियों में कोटा आई है। इस दौरान उन्होंने ‘पत्रिका’ से खेल व जीवन से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की।

बचपन से थी लगन
दादा रणजीत सिंह व ताऊ राजेन्द्र सिंह बताते हैं कि सुमन का बचपन से ही ऐसा लगाव था कि यह गेंद को हाथ में आने के बाद छोड़ती नहीं थी। इसी रूझान को देखते हुए इसे सिरसा भेज दिया, वहां हॉस्टल में रही। पिता रघुवीर सिंह कृषक हैं, माता सरबजीत गृहिणी। संयुक्त परिवार होने से चाचा रमनदीप, दादी रविंदर कौर सभी की लाडली है।
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झोली में कई पदक
सुमन ने सिरसा में पढ़ाई करते हुए हरियाणा की ओर से 38 स्टेट व 15 नेशनल टूर्नामेंट खेले। इन प्रतियोगिताओं में कुल पांच गोल्ड, 6 सिल्वर और दो कांस्य पदक जीते। तीन बार बेस्ट प्लेयर भी रही। वह कक्षा पांचवीं से ही हैंडबॉल खेल रही हैं। वे अपने कोच व अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ी गुरमेल कौर, गुरुवीर इंसा, अल्का सहारन व परिवार के सहयोग को सफलता का श्रेय देती हैं।
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देश का नाम रोशन करने का सपना

वे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर देश का नाम रोशन करना चाहती है। वे बताती हैं कि एक बार पासपोर्ट नहीं बनने के कारण बांग्लादेश में नहीं खेल सकी। खेल, मैदान और प्रेक्टिस के सिवाय कुछ याद नहीं आता। खेल के प्रति इतना जुनून है कि पांचवीं कक्षा में माता-पिता से दूर हो गई। पांचवीं से 8वीं तक सिरसा व इसके बाद गंगानगर में पढ़ते हुए कोचिंग की। अब वह जयपुर में रहकर प्रतिभा को निखारेंगी।

ऐसी है पसंद नापसंद
हैंडबॉल के साथ वॉलीबॉल, बॉस्केटबॉल, बेसबॉल खेल भी सुमन को अच्छे लगते हैं। कोच गुरमेल आदर्श हैं। क्रिकेट में दिलचस्पी नहीं, लेकिन विराट की फैन हैं। शाहरुख खान , रणबीर कपूर , अरुण धन की अदाकारी अच्छी लगती है, ऐश्वर्या राय, आलिया भट्ट की कायल हैं।
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