केईडीएल पर भड़के धारीवाल, बोले कम्पनी ने मनमर्जी से वसूले बिल, उपभोक्ताओं का किया शोषण इसके चलते मांगलिक कार्यों में देव गुरु बृहस्पति की कमजोर स्थिति एवं खरमास होने के कारण शुभ विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। आगामी विवाह जैसे कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ होंगे।
मलमास में इसलिए नहीं करते मांगलिक कार्य ज्योतिषाचार्य अमित जैन ने बताया की सूर्य धनु राशि में रहता है। धनु और मीन राशि में होने पर सूर्य कमजोर हो जाता है।
विवाह के लिए सूर्य का मजबूत स्थिति में रहना जरूरी है।
मकर संक्रांति के दिन तक सूर्य इसी राशि में रहेगा। सूर्य धनु में होने पर जो भी कार्य किए जाते हैं उनका पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता है। मलमास के बाद मांगलिक कार्य फिर से प्रारंभ हो जाएंगे।
सूर्य का धनु राशि में प्रवेश यानी की खरमास सूर्य का धनु राशि में भ्रमण
मलमास या खरमास कहलाता है। इस अवधि में भी विवाह, जनेऊ संस्कार, नूतन गृह निर्माण व प्रवेश, नामकरण संस्कार करना वर्जित माना जाता है। इसके बाद 15 जनवरी से आगामी शुभ मांगलिक कार्यों का प्रारंभ होगा। 3 मार्च से होलिका अष्टक प्रारंभ हो जाएंगे। यह होलिका अष्टक 9 मार्च होलिका दहन के बाद समाप्त हो जाएंगे। होलिका अष्टक में भी मांगलिक कार्य किए जाना वर्जित है।