इस ट्रेन के श्रीगंगानगर से रवाना होने के बाद रास्ते ठीक से जांच नहीं होने के कारण रास्ते में खामी पकड़ में नहीं आती। ऐसे में ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने का भी खतरा बना हुआ है।
यह ट्रेन करीब 919 किमी का सफर तय करके कोटा पहुंचती है। रास्ते में 26 स्टेशन पर ठहरने वाली इस ट्रेन की तकनीकी खामी कहीं भी नहीं पकड़ी जा रही है। जब इस ट्रेन का रेक कोटा यार्ड क ी गोल्डन जुबली पिट लाइन आता है तो जांच के दौरान लगातार खामी सामने आ रही है।
इधर, सामान्य टिकटों में चल रहा गड़बड़ी का खेल
कोटा जंक्शन स्थित सामान्य टिकट बुकिंग कार्यालय में यात्रियों से अनाधिकृत वसूली की शिकायत पर रेलवे के सतर्कता दल ने सोमवार को अचानक छापा मारा। इस दौरान एक कार्मिक के पास निजी नकदी में 4 हजार और सरकारी नकदी में 200 रुपए अतिरिक्त मिले। पूछताछ में वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर सतर्कता दल ने प्रकरण दर्ज कर लिया।
कोटा जंक्शन स्थित सामान्य टिकट बुकिंग कार्यालय में यात्रियों से अनाधिकृत वसूली की शिकायत पर रेलवे के सतर्कता दल ने सोमवार को अचानक छापा मारा। इस दौरान एक कार्मिक के पास निजी नकदी में 4 हजार और सरकारी नकदी में 200 रुपए अतिरिक्त मिले। पूछताछ में वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर सतर्कता दल ने प्रकरण दर्ज कर लिया।
सतर्कता विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि अनारक्षित खिड़की पर निरस्तीकरण के लिए आने वाले टिकटों को दुबारा बेचा जा रहा था। ऐसे में निरस्तीकरण प्रभार रेलवे के खजाने में जमा नहीं हो रहा।
वहीं ग्रामीण यात्रियों को समूह में टिकट लेने पर पूरे टिकट का किराया देकर बच्चों के टिकट दिए जा रहे थे, ऐसे में ट्रेन में पकड़े जाने पर उन्हें जुर्माना भरना पड़ता है। सूत्रों ने बताया कि कई ट्रेनों के प्रस्थान से पहले लंबी कतार लगती और यात्री जल्दबाजी में टिकट भी से चेक नहीं कर पाते, इसका फायदा उठाकर कई कार्मिक गड़बड़ी कर रहे हैं।