नए नोटों से भी ज्यादा सिक्योरिटी फीचर से लैस है डिग्री
वहीं अब फर्जी प्रमाण-पत्रों से सफाई कर्मचारी की नौकरी हासिल करने वालों को मुख्यमंत्री से संवाद करने के लिए मंगलवार को जयपुर भेजा जा रहा है। राजस्थान पत्रिका द्वारा सफाईकर्मी भर्ती घोटाला उजागर करने के बाद तत्कालीन निगम आयुक्त ने उपायुक्त (मुख्यालय) एवं उपायुक्त (विज्ञान नगर) जोन को जांच सौंपी थी।
दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट आयुक्त को भेज दी है। इसके बाद आधा दर्जन कर्मचारियों को फर्जी प्रमाण-पत्रों के जरिये नौकरी हासिल करने पर बर्खास्त भी कर दिया था। इसके अलावा अन्य शिकायतों की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन यह जांच अब फाइलों में ही दब गई है।
वहीं अब फर्जी प्रमाण-पत्रों से सफाई कर्मचारी की नौकरी हासिल करने वालों को मुख्यमंत्री से संवाद करने के लिए मंगलवार को जयपुर भेजा जा रहा है। राजस्थान पत्रिका द्वारा सफाईकर्मी भर्ती घोटाला उजागर करने के बाद तत्कालीन निगम आयुक्त ने उपायुक्त (मुख्यालय) एवं उपायुक्त (विज्ञान नगर) जोन को जांच सौंपी थी।
दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट आयुक्त को भेज दी है। इसके बाद आधा दर्जन कर्मचारियों को फर्जी प्रमाण-पत्रों के जरिये नौकरी हासिल करने पर बर्खास्त भी कर दिया था। इसके अलावा अन्य शिकायतों की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन यह जांच अब फाइलों में ही दब गई है।
उप गौरव यात्रा के लिए भरे जा रहे ‘ बरसों पुराने गड्ढे’
ज्वाइनिंग रोकी, लेकिन फैसला नहीं
सफाईकर्र्मी भर्ती से निगम में ही कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत अजहर, दीपक नामा, मुकेश गालव, महेन्द्र सिंह, मनोज विश्वास व सबीना की ज्वाइनिंग पर रोक लगा दी गई थी। आयुक्त ने अगस्त में कहा था कि विस्तृत जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब यह ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। आयुक्त के कार्यालय में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर, वरिष्ठ लिपिक व अन्य कर्मचारियों के रिश्तेदार हैं जो 8 से 10 साल से निगम में संविदा पर काम कर रहे हैं। उधर उपायुक्त श्वेता फगेडिया का कहना है कि उन्होंने जांच रिपोर्ट भेज दी है, निर्णय आयुक्त स्तर पर ही होगा।
ज्वाइनिंग रोकी, लेकिन फैसला नहीं
सफाईकर्र्मी भर्ती से निगम में ही कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत अजहर, दीपक नामा, मुकेश गालव, महेन्द्र सिंह, मनोज विश्वास व सबीना की ज्वाइनिंग पर रोक लगा दी गई थी। आयुक्त ने अगस्त में कहा था कि विस्तृत जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब यह ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। आयुक्त के कार्यालय में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर, वरिष्ठ लिपिक व अन्य कर्मचारियों के रिश्तेदार हैं जो 8 से 10 साल से निगम में संविदा पर काम कर रहे हैं। उधर उपायुक्त श्वेता फगेडिया का कहना है कि उन्होंने जांच रिपोर्ट भेज दी है, निर्णय आयुक्त स्तर पर ही होगा।
मुख्यमंत्री से संवाद आज, जाएंगे कर्मचारी
‘सफ ाई कर्मचारी-मुख्यमंत्री संवादÓ कार्यक्रम मंगलवार को जयपुर में होगा। इमसें फर्जी दस्तावेजों से नौकरी प्राप्त करने वाले कर्मचारियों के नाम भी शामिल कर दिए गए हैं। कार्यक्रम में कोटा से करीब 2100 सफाई कर्मचारी जयपुर जाएंगे। आयुक्त जुगल किशोर मीणा ने बताया कि उपायुक्त कृष्णा शुक्ला को नोडल अधिकारी व तीनों स्वास्थ्य अधिकारी सतीश मीना, अजय बब्बर व बब्बू गुप्ता को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। सभी प्रतिभागियों के जयपुर जाने-आने के लिए 41 बसें निर्धारित की गई हैं। ये मंगलवार को तड़के बजे बसों से जयपुर के लिए रवाना होंगे। शहर के विभिन्न इलाकों में स्थान निर्धारित किए गए हैं, जहां से ये बस में सवार होंगे। प्रत्येक बस पर व्यवस्था की दृष्टि से दो कर्मचारियों को इंचार्ज बनाया गया है।